प्रयागराज महाकुंभ में धमकी की गूंज

प्रयागराज महाकुंभ में बम ब्लास्ट और एक हजार श्रद्धालुओं को मारने की धमकी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया। जांच में जो खुलासा हुआ, उसने हर किसी को चौंका दिया। धमकी देने वाला कोई आतंकवादी नहीं, बल्कि बिहार के पूर्णिया जिले का एक 11वीं का छात्र निकला।

 

छात्र की पहचान आयुष कुमार जायसवाल के रूप में हुई है, जिसने सोशल मीडिया पर नासिर पठान के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर यह साजिश रची थी। आयुष ने नासिर पठान नाम के अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए इस तरह की धमकी दी थी। हालांकि, उसकी योजना नाकाम हो गई और पुलिस ने उसे ट्रेस कर लिया।

 

31 दिसंबर को आयुष ने ‘नसर पठान’ नामक फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट से प्रयागराज महाकुंभ में बम ब्लास्ट की धमकी दी थी। उसने धमकी में 1000 हिंदुओं को मारने की बात लिखी थी। जैसे ही यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई, प्रयागराज पुलिस ने इसकी गंभीरता को समझते हुए तुरंत जांच शुरू की। एक यूजर ने धमकी भरे पोस्ट का स्क्रीनशॉट लेकर पुलिस को टैग किया, जिसके बाद मामला तेज़ी से आगे बढ़ा।

 

पुलिस ने धमकी देने वाले शख्स का IP एड्रेस ट्रेस किया और यह सीधा बिहार के पूर्णिया जिले के भवानीपुर इलाके तक पहुंचा। इसके बाद प्रयागराज पुलिस की टीम ने भवानीपुर पुलिस के साथ मिलकर शनिवार को भवानीपुर के शहीदगंज पंचायत वार्ड 4 में छापेमारी की और आयुष को गिरफ्तार कर लिया।

 

जांच के दौरान खुलासा हुआ कि आयुष कुमार जायसवाल ने यह साजिश नसर पठान को फंसाने के लिए रची थी। पड़ोस में रहने वाले नसर से किसी विवाद के चलते आयुष ने फर्जी धमकी देकर उसे परेशानी में डालने की योजना बनाई थी।

 

आयुष की गिरफ्तारी के बाद भवानीपुर थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बयान दिया, “आयुष कुमार जायसवाल को प्रयागराज पुलिस अपने साथ ले गई है। इस घटना के पीछे आयुष का शातिर दिमाग है। फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर उसने कुंभ मेले को उड़ाने की धमकी दी थी, ताकि उसका पड़ोसी नसर पठान फंस जाए।”

 

गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आयुष ने इस साजिश को कैसे अंजाम दिया। पुलिस आयुष के नेपाल जाने के पहलू पर भी जांच कर रही है।

 

प्रारंभिक जांच में पता चला कि धमकी देने के बाद आयुष नेपाल भाग गया था। अब पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि नेपाल में उसने किन-किन लोगों से मुलाकात की, वहां कितने दिनों तक रहा और उसका मकसद क्या था। पुलिस को शक है कि यह सिर्फ एक साधारण शरारत नहीं थी, बल्कि इसके पीछे कोई और भी मकसद हो सकता है।

 

पूर्णिया पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने कहा, “आयुष कुमार जायसवाल को प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर धमकी देने का मामला काफी गंभीर है और इसकी विस्तृत जांच की जाएगी। पुलिस यह भी पता कर रही है कि आयुष के इस साजिश में कोई और शामिल था या नहीं।”

 

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को लेकर खालिस्तानी आतंकियों की धमकियों के बाद से ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। इस घटना के बाद, सुरक्षा एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं।

 

योगी सरकार ने महाकुंभ की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती का निर्णय लिया है। स्नाइपर्स, एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड), एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की तैनाती की गई है। त्रिवेणी संगम और आसपास के घाटों पर स्नाइपर्स को तैनात किया गया है।

 

इस बीच, अखाड़ों के छावनी प्रवेश की तैयारियां जोरों पर हैं। रविवार को निर्मोही अनी और दिगंबर अनी अखाड़ों का छावनी प्रवेश होगा। दारागंज स्थित आश्रम से शोभायात्रा निकालकर संत विधिवत महाकुंभ में प्रवेश करेंगे।

 

प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी धमकी से महाकुंभ की भव्यता प्रभावित नहीं होगी। श्रद्धालुओं और संतों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए जा चुके हैं। प्रयागराज प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि महाकुंभ शांतिपूर्वक और दिव्यता के साथ संपन्न हो।

 

आतंकी धमकियों के बावजूद महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और बेखौफ होकर महाकुंभ में शामिल हों।

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