दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला टोमिको इटूका का 116 वर्ष की आयु में निधन, जापान में शोक की लहर

जापान में एक दुखद समाचार सामने आया है। दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला, टोमिको इटूका, का 116 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनका नाम पिछले साल ब्रिटेन के गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति के रूप में दर्ज किया गया था। शनिवार, 4 जनवरी को जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य अधिकारियों ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की।

इटूका की मौत नर्सिंग होम में हुई

जापानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटूका की मृत्यु पश्चिमी जापान के ह्योगो प्रान्त स्थित आशिया शहर के एक नर्सिंग होम में हुई। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रही थीं, जिसके बाद उन्हें नर्सिंग होम में भर्ती किया गया था। उनके निधन का समय सुबह 9:03 बजे था।

इटूका का जन्म 23 मई 1908 को ओसाका में हुआ था। वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं और अपने जीवन के अंतिम समय तक वह अपने पसंदीदा लैक्टिक एसिड का सेवन करती थीं और नर्सिंग होम के कर्मचारियों के साथ खुशहाल पल बिताती थीं। उन्होंने अपने जीवन में एक लंबी और प्रेरणादायक यात्रा की थी, जो उन्हें न केवल जापान में बल्कि पूरी दुनिया में एक प्रतीक बना चुकी थी।

आशिया के मेयर ने जताया शोक

इटूका के निधन पर आशिया के मेयर रयोसुके ताकाशिमा ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “अपने लंबे जीवन में इटूका ने हमें बहुत साहस और आशा दी। वह हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी।” मेयर ने इटूका के परिवार और नर्सिंग होम के कर्मचारियों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और इस कठिन घड़ी में उनके साथ खड़े रहने का वादा किया।

116 वर्ष तक जीवन जीने वाली इटूका के योगदान को याद किया जाएगा

इटूका की मौत के बाद जापान में शोक की लहर दौड़ गई है। उन्होंने न केवल जापान, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और जीवन का आनंद किसी भी उम्र में लिया जा सकता है। दिसंबर 2023 में, जब जापान की 116 वर्षीय फुसा तात्सुमी का निधन हुआ, तो इटूका को जापान में सबसे उम्रदराज व्यक्ति माना गया।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ नाम

टोमिको इटूका का नाम सितंबर 2024 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दुनिया के सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति के रूप में दर्ज किया गया था। इससे पहले, जापान की फुसा तात्सुमी और स्पेन की 117 वर्षीय मारिया ब्रान्यास मोरेरा को इस श्रेणी में सम्मान प्राप्त था। इटूका का रिकॉर्ड तोड़ने से पहले, मोरेरा की मौत के बाद उन्हें यह सम्मान मिला था।

इटूका का जीवन न केवल लंबाई में बल्कि उसके साहस और आत्मविश्वास में भी बेमिसाल था। उनके निधन के बाद, उनके योगदान और जीवन को याद किया जाएगा, जो हमारे लिए एक प्रेरणा बनेगा।

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