जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले में एक बड़ी दुर्घटना घटित हुई है, जिसमें भारतीय सेना की गाड़ी खाई में गिरने के कारण चार जवान शहीद हो गए। हादसा तब हुआ जब खराब मौसम और दृश्यता में कमी के कारण सेना की गाड़ी गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें तत्काल श्रीनगर रेफर किया गया है। यह हादसा एसके पायीन के पास बांदीपोरा-श्रीनगर रोड पर हुआ।
दुर्घटना की भयावहता, 6 जवान घायल, 1 ने रास्ते में तोड़ा दम
अधिकारी ने जानकारी दी कि इस दुर्घटना में छह जवान गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें तुरंत बांदीपोरा के जिला अस्पताल में ले जाया गया। अस्पताल में पहुंचने पर तीन जवानों को मृत घोषित कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल दो जवानों को बेहतर इलाज के लिए श्रीनगर रेफर किया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश, उनमें से एक जवान रास्ते में ही शहीद हो गया। बाकी जवानों को भी उपचार के लिए श्रीनगर भेजा गया है। इस घटना के बाद, भारतीय सेना और स्थानीय लोगों ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन, हादसे के समय दृश्यता थी बेहद खराब
हादसे के बाद, भारी संख्या में स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गए, लेकिन खाई में गिरी गाड़ी होने के कारण वे ज्यादा मदद नहीं कर सके। इसके बावजूद, उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी और रेस्क्यू कार्य में स्थानीय लोगों ने मदद की। भारतीय सेना के ट्वीट में इस बात का जिक्र किया गया है कि घायल जवानों को स्थानीय कश्मीरियों की मदद से जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता दी गई।
पिछले सप्ताह भी हुआ था बड़ा हादसा, 5 जवानों की गई जान
यह घटना एक सप्ताह पहले पुछ सेक्टर में हुई इसी तरह की एक दुर्घटना के बाद आई है। तब भी सेना का ट्रक 300 फीट गहरी खाई में गिर गया था, जिसमें पांच जवानों की मौत हो गई थी और पांच अन्य घायल हुए थे। यह ट्रक 11 मराठा रेजिमेंट के जवानों का था, जो एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) की ओर जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में ट्रक हादसे का शिकार हो गया।
सेना का ढाई टन वजनी ट्रक खाई में गिरा, पांच जवान शहीद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ट्रक करीब ढाई टन वजन का था और सेना के छह वाहनों के काफिले का हिस्सा था। हादसे में कुल 15-18 जवान सवार थे, जिनमें से पांच जवानों की मौत हो गई और बाकी घायल हुए। यह घटना सर्दी और बारिश के मौसम में घटी, जहां दृश्यता बेहद खराब थी, और ट्रक सड़क पर फिसलकर खाई में गिर गया।
सेना और स्थानीय लोगों की तत्परता से हुई राहत कार्य की शुरुआत
घटनास्थल पर तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया और घायल जवानों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। स्थानीय लोगों की मदद से राहत कार्य तेज किया गया और सेना ने सभी जवानों को अस्पताल तक पहुंचाने में सफलता हासिल की। इस दुर्घटना ने एक बार फिर से जम्मू और कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में यात्रा के दौरान सुरक्षा की अहमियत को उजागर किया है।
एक और बड़ी चुनौती: जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और खराब मौसम से जुड़ी दुर्घटनाएं बढ़ीं
इन दोनों हादसों के कारण जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी और खराब मौसम के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस क्षेत्र में वाहन चलाते समय अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि यहां का मौसम किसी भी समय बदल सकता है और दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है।