जम्मू-कश्मीर में जनवरी की कड़ाके की ठंड और बर्फबारी, पर्यटकों के लिए आकर्षण और चुनौतियां

जनवरी का महीना जम्मू और कश्मीर में ठंड का सबसे सर्द वक्त लेकर आया है। इस समय जम्मू और कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है, और मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे राज्य का तापमान लगातार गिर रहा है। कश्मीर के हसीन इलाकों पर बर्फ की चादर बिछी हुई है और आसमान से गिरती बर्फ, झीलें और झरने, यह सब एक अद्भुत नजारा प्रस्तुत करते हैं। यह प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को यहां खींच लाता है, लेकिन बर्फबारी और ठंड के साथ-साथ इसके कुछ जोखिम भी सामने आ रहे हैं।

कश्मीर की बर्फबारी: सौंदर्य या चुनौती?

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो से तीन दिन तक कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी जारी रहने की संभावना है, जबकि मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है। जम्मू में 4 जनवरी को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम तापमान 17 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं श्रीनगर में न्यूनतम तापमान -2 डिग्री और अधिकतम 3 डिग्री दर्ज किया गया। इस कड़ाके की ठंड के बावजूद, जम्मू और कश्मीर के पर्यटक स्थलों पर सैलानियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। खासकर पटनीटॉप जैसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पर सैलानियों की भारी संख्या देखी जा रही है, जो बर्फबारी का लुत्फ उठा रहे हैं।

सैलानियों के अनुभव और उत्साह

सैलानियों का उत्साह देखते ही बनता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी बर्फ से खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक पर्यटक ने कहा, “यहां इतनी ज्यादा बर्फबारी हमने पहले कभी नहीं देखी थी। हम बेहद खुश हैं कि इतनी बर्फ हमें देखने को मिली। यहां की खूबसूरती देखने लायक है, और पटनीटॉप में भी लोग आकर इसे महसूस करें।”

पर्यटकों के चेहरों पर उल्लास साफ दिखाई दे रहा है, लेकिन बर्फबारी का यह आकर्षण उन सभी के लिए चुनौती भी बनता जा रहा है। बर्फबारी के चलते सड़कें फिसलनभरी हो जाती हैं, और कई बार भारी जाम लगने के कारण यात्रा मुश्किल हो जाती है। साथ ही, कोहरे के चलते हवाई यातायात पर भी असर पड़ा है।

कोहरे का असर: हवाई यातायात में रुकावट

कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में शनिवार को घना कोहरा छा गया था, जिससे श्रीनगर हवाई अड्डे पर उड़ानों का परिचालन प्रभावित हुआ। अधिकारियों के अनुसार, कोहरे के कारण कई उड़ानें देरी से संचालित हुईं, जबकि कुछ उड़ानें रद्द भी कर दी गईं। कश्मीर के अन्य हिस्सों में भी कोहरे के कारण सड़क यातायात में रुकावटें आईं और कई स्थानों पर वाहनों की आवाजाही धीमी रही।

पर्यटकों के लिए जरूरी सावधानियां

कश्मीर में बर्फबारी की सुंदरता और आकर्षण के बावजूद, मौसम की स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने पर्यटकों को कुछ सावधानियों की सलाह दी है। खासकर, बर्फबारी वाले क्षेत्रों में यात्रा करते वक्त गाड़ी चलाने के लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। साथ ही, कोहरे के समय हवाई यात्रा करने वालों को उड़ान की स्थिति की जांच करनी चाहिए, ताकि यात्रा में कोई परेशानी न हो।

आगे क्या होगा?

मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि, बर्फबारी के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों के बावजूद, राज्य के पर्यटन उद्योग को एक बड़ा बढ़ावा मिल रहा है। पर्यटक यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए आने लगे हैं, और साथ ही प्रशासन भी यात्रा के लिए सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने में जुटा हुआ है।

इस सर्दी में जम्मू और कश्मीर की बर्फीली वादियों में एक नई रोमांचक यात्रा का दौर चल रहा है, जहां एक तरफ बर्फबारी का अद्भुत नजारा है, वहीं दूसरी तरफ इसके कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियां भी पर्यटकों और प्रशासन दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुकी हैं।

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