संध्या थिएटर भगदड़ मामले में अल्लू अर्जुन को मिली नियमित जमानत, कोर्ट ने लगाई विदेश यात्रा पर रोक और रखी शर्तें

3 जनवरी को नामपल्ली कोर्ट ने अल्लू अर्जुन की जमानत याचिका पर अपना अहम फैसला सुनाया, जिसके तहत अभिनेता को नियमित जमानत मिल गई है। अदालत ने उन्हें 50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दी, लेकिन साथ ही कुछ शर्तें भी तय की हैं, जो उनकी पेशेवर और व्यक्तिगत जिंदगी पर असर डाल सकती हैं। अब अल्लू अर्जुन को हर रविवार को जांच अधिकारी के सामने हाजिर होना होगा और हस्ताक्षर करना होगा। इसके अलावा, फिलहाल उन्हें विदेश यात्रा करने की अनुमति भी नहीं होगी।

क्या हैं कोर्ट की शर्तें?

अल्लू अर्जुन को जमानत मिलने के साथ ही कोर्ट ने उन्हें कुछ महत्वपूर्ण शर्तें दी हैं। सबसे पहले, जांच अधिकारी के सामने हर रविवार को हाजिर होना और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करना उनकी जिम्मेदारी होगी। यह शर्त दो महीने तक या आरोप पत्र दायर होने तक लागू रहेगी। इसके अलावा, अदालत ने अभिनेता को विदेश यात्रा से भी रोक लगा दी है, जिससे उनके पेशेवर काम में समस्या पैदा हो सकती है। हालांकि, इस फैसले के खिलाफ उनके वकील कोर्ट में अपील भी दायर कर सकते हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह मामला 4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में हुई एक दुर्घटना से जुड़ा हुआ है। फिल्म ‘पुष्पा 2’ के रिलीज से पहले 4 दिसंबर को संध्या थिएटर में स्क्रीनिंग आयोजित की गई थी, जहां एक भगदड़ मच गई थी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने 13 दिसंबर को अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया था। हालांकि, इसके बाद तेलंगाना हाईकोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दी थी।

अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी और जमानत

अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किए जाने के बाद लोअर कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। लेकिन उसी दिन तेलंगाना हाईकोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी थी, जिससे वह जेल से बाहर आ सके। इसके बाद 30 दिसंबर को अल्लू अर्जुन के वकील ने नियमित जमानत के लिए याचिका दायर की थी, जिस पर 3 जनवरी को नामपल्ली कोर्ट ने सुनवाई की और उन्हें नियमित जमानत दे दी।

आगे की कानूनी प्रक्रिया

अब अल्लू अर्जुन को जमानत मिलने के बाद भी उनकी कानूनी लड़ाई पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। उनके वकील विदेश यात्रा पर लगी रोक के खिलाफ अपील करने का विचार कर रहे हैं, क्योंकि यह शर्त उनके पेशेवर जीवन में बाधा डाल सकती है। इसके अलावा, मामले की पूरी जांच और आरोप पत्र दायर होने तक उन्हें नियमित रूप से जांच अधिकारी के सामने हाजिर होना होगा।

अल्लू अर्जुन के लिए यह राहत की बात है कि उन्होंने जमानत पा ली है, लेकिन अदालत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध उनकी पेशेवर प्रतिबद्धताओं पर असर डाल सकते हैं। अब यह देखना होगा कि उनका वकील इस फैसले के खिलाफ क्या कदम उठाते हैं और आगे का रास्ता क्या होता है।

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