गुरुवार को चिली के एंटोफगास्टा क्षेत्र में 6.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने इस भूकंप की पुष्टि की और बताया कि इसका केंद्र पृथ्वी की सतह से 104 किलोमीटर की गहराई पर था। हालांकि, भूकंप के बाद फिलहाल किसी प्रकार के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन क्षेत्र में हलचल बनी हुई है।
भूकंप के झटके काफी गहरे थे, फिर भी महसूस किए गए। इससे पहले ही चिली के अधिकारियों ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। आपदा प्रबंधन एजेंसियां स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और अलर्ट जारी रखा गया है।
चिली, जो भूकंप-प्रवण क्षेत्र में आता है, में पहले भी कई बार ऐसे तीव्र भूकंप आ चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स की संभावना हो सकती है। छोटे भूकंप अक्सर बड़े भूकंप से पहले चेतावनी का काम करते हैं, हालांकि अभी तक कोई ऐसी तकनीक नहीं विकसित हुई है, जो भूकंप की भविष्यवाणी कर सके। 2005 के कश्मीर भूकंप के बाद भी ऐसी स्थितियां देखी गई थीं, जब छोटे भूकंप ने बड़े भूकंप का संकेत दिया था।
अधिकारियों का कहना है कि यदि भूकंप का केंद्र घनी आबादी वाले क्षेत्र या ऊंची इमारतों के पास हो, तो भले ही भूकंप की तीव्रता कम हो, फिर भी इससे बड़ा नुकसान हो सकता है। फिलहाल, चिली में राहत और बचाव कार्य जारी है और किसी भी संभावित आफ्टरशॉक के लिए तैयारी की जा रही है।
भूकंप की तीव्रता रिच्टर पैमाने पर 6.1 मापी गई, और इस घटना ने क्षेत्र में भूकंप के खतरे को एक बार फिर उजागर किया है।