प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाई जाने वाली विशेष चादर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजिजू और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी को सौंपेंगे। इस चादर को दरगाह के मजार-ए-अखदस पर चढ़ाया जाएगा, जो इस अवसर पर बड़ी श्रद्धा और आस्था से चढ़ाई जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से हर साल इस विशेष अवसर पर चादर भेजने की परंपरा को मजबूती से निभाया है, और यह परंपरा आज भी जारी है। गुरुवार शाम 6 बजे प्रधानमंत्री मोदी यह चादर किरण रिजिजू और जमाल सिद्दीकी को सौंपेंगे। इसके बाद, यह चादर दरगाह के जिम्मेदार व्यक्तियों को सौंपी जाएगी, जो इसे चढ़ाने की प्रक्रिया में शामिल होंगे।
अजमेर शरीफ दरगाह, भारत की सबसे प्रसिद्ध सूफी दरगाहों में से एक है, और यह दरगाह ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के रूप में मनाया जाता है, जो उनके निर्वाण दिवस के मौके पर होता है। इस साल 28 दिसंबर से 813वें उर्स की शुरुआत हुई है, जिसे भारत और विदेशों से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के साथ मनाया जा रहा है। उर्स के दौरान दरगाह पर चादर चढ़ाने की परंपरा काफी पुरानी है, और इस मौके पर भक्त अपनी श्रद्धा और मन्नतों को लेकर आते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल भी इस अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया था कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी और पवित्र चादर सौंपी थी, जिसे अजमेर शरीफ दरगाह पर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के दौरान रखा गया। इससे पहले, 812वें उर्स के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी की ओर से चादर चढ़ाने का कार्य केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और जमाल सिद्दीकी ने किया था।
अजमेर शरीफ दरगाह पर लाखों श्रद्धालु हर साल पहुंचते हैं, और यह आयोजन धार्मिक दृष्टि से तो महत्वपूर्ण होता ही है, साथ ही पारंपरिक दृष्टि से भी इसे विशेष स्थान प्राप्त है। ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर चादर चढ़ाना आस्था और श्रद्धा का एक अहम प्रतीक है, जो हर साल श्रद्धालुओं द्वारा पूरी श्रद्धा के साथ किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस परंपरा को बनाए रखने से यह दर्शाता है कि सरकार न केवल धार्मिक परंपराओं को सम्मान देती है, बल्कि वह सांस्कृतिक और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने में भी सक्रिय भूमिका नि
भा रही है।