राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2024 में आतंकवाद, उग्रवाद और अन्य गंभीर अपराधों के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता और दक्षता का एक और उदाहरण पेश किया है। एजेंसी ने इस साल की शुरुआत में अपनी सफलता दर 100% बनाए रखते हुए आतंकवादियों, गैंगस्टरों और उग्रवादी नेटवर्क के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की है।
एनआईए ने 2024 में दर्ज किए गए 80 मामलों में से 210 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसमें वामपंथी उग्रवाद (LWE), नॉर्थ ईस्ट उग्रवाद और जम्मू-कश्मीर जिहादी मामलों की अधिकता रही। एनआईए ने इन मामलों की जांच करते हुए 68 अभियुक्तों को सजा दिलवायी और 408 आरोपपत्र दायर किए। इन मामलों में 19.57 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की गईं, और वामपंथी उग्रवाद पर विशेष ध्यान दिया गया, जहां 28 मामले दर्ज किए गए और 69 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
विशेष रूप से, आतंकवाद और गैंगस्टर के खिलाफ एनआईए की लगातार कार्रवाई ने कई प्रमुख आतंकवादी समूहों के खिलाफ सफलता दिलाई। खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ भी कार्रवाई तेज़ की गई, जिसमें 14 आरोपियों की गिरफ्तारी और 101 तलाशी शामिल हैं। एनआईए ने पंजाब में विहिप नेता विकास प्रभाकर बग्गा की हत्या में पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के प्रमुख वधावा सिंह और अन्य छह आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया।
देश भर से हथियारों की बरामदगी ने भी एजेंसी की कड़ी कार्रवाई को साबित किया। जम्मू, जयपुर, रांची और पटना जैसे शहरों से हथियारों और गोला-बारूद की बड़ी खेप बरामद की गई। एनआईए ने इन मामलों में अवैध हथियारों के कारोबार को खत्म करने के लिए कई ऑपरेशनों को अंजाम दिया, जिनमें कई प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों के ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) शामिल थे।
नॉर्थ ईस्ट राज्यों में आतंकवाद और हिंसा पर कार्रवाई करते हुए, एनआईए ने उल्फा (I) द्वारा स्वतंत्रता दिवस के बहिष्कार के आह्वान पर 5 आरोपियों की गिरफ्तारी की। वहीं, जिहादी समूहों के खिलाफ की गई गिरफ्तारी और आरोपपत्रों ने एनआईए की कड़ी कार्रवाई को और मजबूत किया।
एनआईए ने खालिस्तानी आतंकवादियों और गैंगस्टरों के खिलाफ की गई गिरफ्तारियों और आरोपपत्रों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की। 2024 में विदेशों से 10 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें गोल्डी बरार समेत 4 अन्य आरोपी शामिल थे। इसके अलावा, एनआईए ने प्रमुख भगोड़ों और आतंकवादियों को गिरफ्तार कर कई हाई-प्रोफाइल मामलों को सुलझाया, जिसमें 13 साल से फरार अपराधियों की गिरफ्तारी भी शामिल है।
एनआईए के खुफिया नेटवर्क और राज्य पुलिस बलों के सहयोग से आतंकवादियों, गैंगस्टरों और अन्य आपराधिक नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाइयों का दायरा और बढ़ाया गया। एनआईए ने 2024 में 662 सर्च ऑपरेशनों को अंजाम दिया और देश भर से विभिन्न अपराधों में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आतंकी साजिशों और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ एनआईए की कार्रवाइयों को देखते हुए, सुरक्षा बलों और एजेंसी के प्रयासों ने भारत में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अहम भूमिका निभाई है। इसके साथ ही, एनआईए ने अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिए पुलिस बलों को प्रशिक्षण दिया और देशभर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए लगातार काम किया।
एनआईए के इस प्रभावी प्रदर्शन को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि 2024 एनआईए के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा, जिसमें न केवल आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की गई, बल्कि अपराधियों को भी सलाखों के पीछे डाला गया, जिससे देश की सुरक्षा को और मजबूती मिली।