दिल्ली में चुनावी मौसम में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने दिल्ली में मतदाताओं के नाम सूची से हटाने का अभियान शुरू कर दिया है। उनका दावा है कि बीजेपी जानबूझकर उनकी पत्नी अनिता सिंह का नाम वोटर लिस्ट से हटवाने की कोशिश कर रही है। संजय सिंह ने कहा कि यह केवल एक बार नहीं, बल्कि दो बार – 24 और 26 दिसंबर को किया गया है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि यह सब चुनावी घोटाला करने के लिए किया जा रहा है ताकि बीजेपी किसी भी तरह चुनाव जीत सके।
संजय सिंह ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “क्या बीजेपी और नड्डा जी यह सोचते हैं कि हम पूर्वांचल के लोग अपने ही देश में रोहिंग्या या बांग्लादेशी हो गए हैं? क्या यह उनकी रणनीति है, दिल्ली में हमारे ही वोट काटकर चुनाव जीतने की?” संजय सिंह ने आगे कहा कि बीजेपी अपने चुनावी फायदे के लिए पूरी दिल्ली में वोट कटवाने का अभियान चला रही है। उनकी पत्नी का नाम लिस्ट से हटाने के लिए आवेदन देने की घटना इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोकतंत्र के सारे नियम ताक पर रख दिए हैं और यह एक घिनौनी साजिश है।
अरविंद केजरीवाल का भी बीजेपी पर हमला
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी पर वोट काटने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनकी विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,06,000 वोट हैं, जिसमें से बीजेपी 5 प्रतिशत वोट काटने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर यही स्थिति है, तो फिर चुनाव कराने की जरूरत ही क्या है?”
केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली में चुनाव हार मान लिया है, क्योंकि उनके पास न तो मुख्यमंत्री का चेहरा है, न ही कोई विजन या कैंडिडेट। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अब बेईमानी से चुनाव जीतने के लिए वोट कटवाने की साजिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने जो हथकंडे हरियाणा और महाराष्ट्र में अपनाए थे, वही अब दिल्ली में अपनाए जा रहे हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी ऐसा होने नहीं देगी।
11008 वोट काटे गए, चुनाव आयोग से शिकायत
संजय सिंह ने यह भी दावा किया कि शाहदरा क्षेत्र में अकेले 11,008 वोट काटे गए थे। इस पर चुनाव आयोग के प्रति आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि आयोग ने कार्रवाई की है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिनों में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 5,000 वोट काटने के आवेदन आए थे, जबकि 7,500 वोट जोड़ने की कोशिश की जा रही थी।
संजय सिंह ने कहा कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,06,000 वोट हैं, और इसमें 12 प्रतिशत वोटों को इधर-उधर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि वोटों के साथ इस प्रकार का छेड़छाड़ जारी रहा, तो चुनाव का उद्देश्य क्या रह जाएगा? क्या लोकतंत्र को इस प्रकार से ठेस पहुँचाना जायज़ है?
यह आरोप भाजपा के चुनावी रणनीतियों पर सवाल खड़ा करता है और दिल्ली में आगामी चुनावों में एक नई राजनीतिक लड़ाई का संकेत देता है। AAP नेताओं का कहना है कि वे इस स्थिति को लेकर चुनाव आयोग से उचित कदम उठाने की उम्मीद करते हैं, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर कोई भी प्रभाव न पड़े। अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या दिल्ली में आगामी चुनाव में इसी तरह की साजिशों को रोका जा सकेगा।