इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जारी सैन्य संघर्ष में एक नया मोड़ आया है। इजराइली सेना (IDF) ने हाल ही में दक्षिण लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों से बरामद किए गए भारी मात्रा में हथियारों और सैन्य सामान की नुमाइश की है। यह वह हथियार हैं जिनका इस्तेमाल हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर हमले करने के लिए किया जा रहा था, और जिनका उद्देश्य गैलीली क्षेत्र पर कब्जा करना था। अक्टूबर 2024 से इजराइली रक्षा बलों ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ सशक्त ऑपरेशन शुरू किया था, जिसमें इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के कई सैन्य ठिकानों को नष्ट किया और उनके हथियारों को जब्त कर लिया। अब, इजराइल ने इन हथियारों का खुलासा करके दुनिया के सामने हिजबुल्लाह की सैन्य क्षमताओं का पर्दाफाश किया है।
IDF का खुलासा: 85,000 से ज्यादा हथियार जब्त
इजराइली सेना ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें जब्त किए गए 85,000 से अधिक हथियारों, मिसाइलों और अन्य सैन्य सामग्री को दिखाया गया है। यह सामान हिजबुल्लाह के कब्जे में था और उसका इस्तेमाल इजराइल पर हमले के लिए किया जाना था। वीडियो में विभिन्न प्रकार के हथियारों की नुमाइश की गई है, जिनमें छोटे हथियार, ऑटोमेटिक राइफलें, और बड़े घातक मिसाइलों तक शामिल हैं। इसके अलावा, भारी मात्रा में गोला-बारूद भी जब्त किया गया है।
IDF का कहना है कि ये हथियार हिजबुल्लाह की ‘गैलीली को जीतने’ की योजना के तहत तैनात किए गए थे। गैलीली क्षेत्र इजराइल के उत्तर में स्थित एक महत्वपूर्ण इलाका है, जिसे हिजबुल्लाह अपने सैन्य अभियानों का हिस्सा बनाना चाहता था। लेकिन इजराइली सेना की सख्त कार्रवाई के कारण हिजबुल्लाह की सैन्य क्षमताओं को काफी नुकसान हुआ है।
इजराइल की सैन्य कार्रवाई और युद्ध की तस्वीर
इजराइली सेना ने जब से दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया है, तब से हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे को नष्ट किया गया है और भारी मात्रा में हथियारों को जब्त किया गया है। आईडीएफ के ऑपरेशन के बाद हिजबुल्लाह के कई लड़ाके मारे गए और उनके पास मौजूद हथियारों को नष्ट कर दिया गया। यह सफलता इजराइली सेना के लिए एक बड़ा सैन्य उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि यह हिजबुल्लाह की आक्रमण योजना को नाकाम करने में मददगार साबित हुई है।
इजराइल की धमकी: हूती विद्रोहियों को भी मिलेगा वही सबक
इजराइली सेना ने हाल ही में यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा इजराइल पर हमले के जवाब में एक कड़ा संदेश भेजा है। इजराइली हवाई हमलों ने हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों को निशाना बनाया है, जिनमें सना का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और होडे़दा, अल-सलिफ तथा रास कांतिब के बंदरगाह शामिल हैं। यह कार्रवाई इजराइल की ओर से हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक कड़ी प्रतिक्रिया मानी जा रही है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हूती विद्रोहियों को वही सबक मिलेगा जो हमास, हिजबुल्लाह, असद सरकार और अन्य शत्रु तत्वों को मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार इन हमलों पर बारीकी से नजर रखे हुए है और सेना के प्रमुख नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं।
इजराइली सेना का सख्त संदेश
इजराइल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी प्रकार के हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपने दुश्मनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। इजराइली सेना की ओर से जारी की गई वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि हिजबुल्लाह ने जो हथियार इजराइल के खिलाफ इस्तेमाल किए थे, उन्हें पूरी दुनिया के सामने पेश किया गया है। इसके साथ ही, यह संदेश भी दिया गया है कि इजराइल अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और अपनी सैन्य शक्ति का पूरी ताकत से इस्तेमाल करेगा।
भविष्य की रणनीति
अब सवाल यह उठता है कि क्या इजराइल के इस कठोर जवाब से क्षेत्रीय ताकतों में कोई बड़ा बदलाव आएगा? क्या हिजबुल्लाह और हूती विद्रोहियों के खिलाफ इजराइल की सैन्य कार्रवाई और तेज होगी? और क्या इजराइल अपने दुश्मनों के खिलाफ और भी व्यापक सैन्य अभियान चला सकता है? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में ही मिलेंगे, लेकिन फिलहाल इजराइल ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करके यह साबित कर दिया है कि वह किसी भी तरह की सुरक्षा चुनौती को गंभीरता से लेता है।
निष्कर्ष
इजराइल के इस खुलासे ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह की सैन्य गतिविधियों और उनके खतरनाक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। साथ ही, यह भी दर्शाता है कि इजराइली सेना क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी और अपनी सैन्य शक्ति के बल पर किसी भी खतरे को समाप्त करने के लिए तैयार है।