कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार को जोरदार हमला बोला है। मंगलवार को उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह दिल्ली के एक सब्जी मंडी में सब्जीवाले से विभिन्न सब्जियों के रेट पूछते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में राहुल के साथ कुछ महिलाएं भी हैं, जो महंगाई से परेशान नजर आ रही हैं। राहुल ने वीडियो में एक महिला के हवाले से बताया कि लहसुन का दाम जो कभी 40 रुपये प्रति किलो हुआ करता था, अब 400 रुपये प्रति किलो हो गया है। राहुल गांधी ने इस पर तंज कसते हुए लिखा, “लहसुन कभी ₹40 था, आज ₹400! बढ़ती महंगाई ने बिगाड़ा आम आदमी की रसोई का बजट – कुंभकरण की नींद सो रही सरकार!”
राहुल गांधी ने इस वीडियो के जरिए केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि महंगाई हर साल बढ़ रही है, जिससे आम आदमी की रसोई का बजट बिगड़ चुका है। महिलाओं से बातचीत करते हुए उन्होंने यह भी पूछा कि क्या जीएसटी के कारण महंगाई बढ़ी है, जिस पर महिलाओं ने इसे सही ठहराया। राहुल ने कहा, “महंगाई का असर सिर्फ गरीबों और निम्न वर्ग के लोगों पर नहीं, बल्कि आम आदमी की दिनचर्या पर भी पड़ रहा है।”
यह बयान राहुल गांधी का एक और बड़ा राजनीतिक कदम था, खासकर दिल्ली विधानसभा चुनावों से ठीक पहले। दिल्ली में अगले साल फरवरी में चुनाव होने हैं, और राहुल गांधी अपनी पार्टी कांग्रेस को एक मजबूत विपक्ष के तौर पर स्थापित करने के लिए सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने हाल ही में बाबासाहेब आंबेडकर के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार को घेरा था, और अब महंगाई को लेकर अपना मोर्चा खोला है।
राहुल गांधी ने हाल ही में महाराष्ट्र के परभणी का दौरा किया था, जहां उन्होंने 10 दिसंबर को संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद हुई हिंसा के दौरान पुलिस हिरासत में मारे गए सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार से मुलाकात की थी। राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर आरोप लगाया कि सोमनाथ सूर्यवंशी की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि वह दलित थे और संविधान की रक्षा कर रहे थे। उनका कहना था कि सोमनाथ सूर्यवंशी को पुलिस ने जानबूझकर मार डाला, और यह एक हिरासत में मौत का मामला है।
राहुल गांधी के ये बयान न केवल सरकार को घेरने के लिए थे, बल्कि उन्होंने आगामी चुनावों में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने के लिए इसे एक मजबूत मुद्दा बना दिया है। महंगाई और किसानों के मुद्दे पर लगातार आक्रामक बयान देते हुए, राहुल गांधी इस बार केंद्र सरकार को अपनी नीतियों के लिए कठघरे में खड़ा कर रहे हैं।