कटिहार के दियारा क्षेत्र में वर्षों से चली आ रही आपसी वर्चस्व की लड़ाई और फसल लूट की घटनाओं पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। 2022 में कटिहार दियारा में 7 लोगों की सामूहिक हत्या के आरोपी और 2 लाख रुपये के इनामी कुख्यात अपराधी संजय ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ गिरफ्तारी का ऑपरेशन?
कटिहार पुलिस ने संजय ठाकुर की गिरफ्तारी के लिए विशेष छापेमारी टीम का गठन किया था। लगातार आसूचना संकलन और सख्त निगरानी के बाद पुलिस ने संजय को मुंगेर जिले से दबोच लिया। इस दौरान संजय के गिरोह के अन्य सदस्यों पर भी शिकंजा कसते हुए मोहना ठाकुर समेत कई अपराधियों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
2 लाख का इनामी और 14 हत्या का गुनहगार
संजय ठाकुर, जो कुख्यात अपराधी मोहना ठाकुर का भाई है, ने मोहना के जेल जाने के बाद गिरोह की कमान संभाली थी। उसके खिलाफ 14 हत्या, 10 आर्म्स एक्ट, अपहरण, लूट और रंगदारी जैसे कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, संजय और उसके गिरोह ने दियारा में आतंक फैलाकर किसानों से लेवी वसूली और फसल लूट की वारदातों को अंजाम दिया।
7 लोगों के सामूहिक नरसंहार का मास्टरमाइंड
2022 में संजय ठाकुर और उसके गिरोह ने सुनील यादव गिरोह के 7 सदस्यों को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी और शवों को गंगा नदी में फेंक दिया था। यह घटना दियारा क्षेत्र में वर्चस्व की लड़ाई के तहत हुई थी।
अब दियारा में लौटेगी शांति?
कटिहार एसपी वैभव शर्मा ने कहा कि संजय ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद दियारा क्षेत्र में शांति का माहौल बना है। पुलिस लगातार दियारा में एरिया डोमिनेशन अभियान चला रही है ताकि किसान बिना किसी डर के फसल उगा सकें और फसल कटाई सुरक्षित हो। सीमावर्ती जिलों की पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी और आसूचना संकलन का सिलसिला जारी रहेगा।
गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
संजय ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद दियारा के बकिया सुखाय से लेकर मोहना चांदपुर तक के ग्रामीणों में राहत का माहौल है। वर्षों बाद लोगों ने दियारा में शांति की उम्मीद जताई है। पुलिस का दावा है कि इस कार्रवाई से दियारा में आपराधिक गिरोहों की कमर टूट जाएगी और किसानों को बिना डर खेती करने का मौका मिलेगा।