राहुल गांधी का परभणी दौरा: क्या यह है विपक्षी राजनीति का नया ड्रामा या सच्चाई का संघर्ष?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज महाराष्ट्र के परभणी जिले का दौरा करेंगे, जहां वह हाल ही में हुई हिंसा में मारे गए दो लोगों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। यह हिंसा 10 दिसंबर को तब सामने आई थी जब परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की कांच से बनी संविधान की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया था और हिंसा की खबरें सामने आई थीं।

परभणी हिंसा और मृतकों के परिवारों से मिलेंगे राहुल गांधी

राहुल गांधी के परभणी दौरे का मुख्य उद्देश्य उन परिवारों से मिलना है जिनके प्रियजन इस हिंसा के दौरान मारे गए थे। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के अनुसार, राहुल गांधी आंबेडकरवादी सोमनाथ सूर्यवंशी और विजय वाकोडे के परिवारों से मिलेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी, जबकि विजय वाकोडे की मौत विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई थी।

राहुल गांधी का यह दौरा राज्य में बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच हो रहा है, और उनकी मुलाकात को लेकर कई तरह के राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। बीजेपी ने राहुल गांधी के दौरे को ‘ड्रामा’ करार दिया है, जबकि शिवसेना ने इसे ‘पाखंड’ बताया है।

बीजेपी और शिवसेना ने राहुल गांधी के दौरे को बताया नाटक

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल गांधी के परभणी दौरे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के महाराष्ट्र प्रमुख और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने इस दौरे को ‘ड्रामा’ कहा और राहुल गांधी के इरादों पर सवाल उठाए। उनके अनुसार, राहुल गांधी के इस दौरे का उद्देश्य केवल राजनीति करना और मीडिया में सुर्खियां बटोरना है, न कि वास्तविक रूप से पीड़ित परिवारों की मदद करना।

शिवसेना नेता शाइना एनसी ने भी राहुल गांधी के दौरे पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को इस तरह के नाटक करने की बजाय रचनात्मक तरीकों से समाज को लाभ पहुंचाने पर ध्यान देना चाहिए। बीजेपी और राज्य सरकार समाज और सभी समुदायों को एकजुट रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” शाइना ने राहुल गांधी पर तंज करते हुए यह भी कहा, “वह संसद में हुई हाथापाई पर कभी चिंतित नहीं हुए, लेकिन अब उन्हें परभणी में हिंसा के पीड़ितों की याद आ रही है।”

मुख्यमंत्री फडणवीस ने की न्यायिक जांच की घोषणा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी और विधानसभा में यह स्पष्ट किया कि सोमनाथ सूर्यवंशी ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया था कि उसे किसी प्रकार की प्रताड़ना नहीं दी गई थी। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि सीसीटीवी फुटेज में किसी भी प्रकार की क्रूरता का कोई सबूत नहीं पाया गया है। फडणवीस ने परभणी हिंसा की जांच के लिए न्यायिक जांच की घोषणा की थी, ताकि मामले की सही स्थिति का पता लगाया जा सके।

क्या राहुल गांधी का दौरा महाराष्ट्र की राजनीति को नई दिशा देगा?

राहुल गांधी का परभणी दौरा महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। उनके दौरे को लेकर जहां बीजेपी और शिवसेना ने आलोचना की है, वहीं कांग्रेस इसे राज्य सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा बनाने के रूप में देख रही है। इस दौरे के जरिए राहुल गांधी न सिर्फ परभणी हिंसा के शिकार परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति दिखा रहे हैं, बल्कि वे बीजेपी सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं।

क्या राहुल गांधी का यह दौरा सच में परभणी हिंसा की पीड़ितों के लिए न्याय की ओर एक कदम होगा, या यह केवल एक राजनीतिक ड्रामा साबित होगा? इस सवाल का जवाब तो समय ही बताएगा, लेकिन इस दौरे से महाराष्ट्र की राजनीतिक गर्मी और बढ़ने की संभावना है।

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