बेंगलुरु में ट्रक के पलटने से एक ही परिवार के छह लोग मारे गए, मौत के कारणों पर उठे सवाल

बेंगलुरु के बाहरी इलाके में शनिवार को एक भयानक हादसा घटित हुआ, जिसमें एक कंटेनर ट्रक के कार पर पलट जाने से एक ही परिवार के छह लोग अपनी जान गंवा बैठे। यह दर्दनाक दुर्घटना तालेकेरे के निकट नेलमंगला में हुई, जहां एक सॉफ्टवेयर कंपनी के मालिक और उनके परिवार के अन्य सदस्य यात्रा कर रहे थे। इस हादसे ने पूरे शहर को सन्न कर दिया और परिवार की मौत ने हर किसी को गहरे सदमे में डाल दिया।

दुर्घटना का शिकार परिवार:

पुलिस ने मृतकों की पहचान चंद्रायगप्पा गौल (48), उनकी पत्नी गौराबाई (42), उनकी बहन विजयलक्ष्मी (36), और उनके तीन बच्चे जॉन (16), दीक्षा (12) और आर्या (6) के रूप में की है। पुलिस के अनुसार, परिवार विजयपुरा जा रहा था जब यह हादसा हुआ। चंद्रायगप्पा एचएसआर लेआउट में एक सॉफ्टवेयर फर्म के मालिक थे, और यह परिवार पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के सांगली में उनके पिता से मिलने जा रहा था।

कैसे हुआ हादसा?

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, परिवार अपनी यात्रा पर सुरक्षित रूप से गाड़ी चला रहा था और उन्होंने कोई गलती नहीं की थी। ट्रक के चालक आरिफ ने बताया कि अचानक एक कार ने उनके सामने ब्रेक मारा, जिसके बाद उन्होंने ट्रक को बचाने की कोशिश की, लेकिन भारी वाहन होने के कारण वह जल्दी से रुक नहीं सका। ट्रक आगे बढ़ते हुए डिवाइडर को पार कर गया और एक कंटेनर दूध के ट्रक से टकरा गया। इसके बाद, ट्रक ने पीछे चल रही वॉल्वो को भी कुचल दिया, जिससे पूरा हादसा और भी भयावह हो गया।

कंटेनर का भारी वजन बनी बड़ी मुसीबत:

आरिफ ने बताया कि कंटेनर ट्रक में लदी एल्युमीनियम सामग्री के कारण ट्रक का वजन बहुत अधिक था, और इस वजह से ट्रक को अचानक रोक पाना मुश्किल था। वह यह भी कहता है कि पैनिक ब्रेक लगाना इस स्थिति में बहुत खतरनाक हो सकता था। हालांकि, वह इस हादसे में छह लोगों की मौत होने के बारे में अनजान था।

पुलिस की कार्रवाई:

हादसे के बाद, पुलिस ने ड्राइवर आरिफ पर लापरवाही से गाड़ी चलाने के आरोप में मौत का मामला दर्ज किया है। यह हादसा नेशनल हाइवे 48 पर हुआ था, जिससे सड़क पर वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो गई। हादसे के बाद इलाके में सन्नाटा छा गया और हादसे के दृश्य ने हर किसी के दिल को झकझोर दिया।

यह घटना सवाल खड़े करती है कि क्या भारी वाहनों को चलाने में और उनके ब्रेकिंग सिस्टम पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है? हादसे के बाद, यह साफ है कि लापरवाही से गाड़ी चलाना कितनी भयंकर दुर्घटनाओं को जन्म दे सकता है। इस दिल दहला देने वाली घटना ने यह साबित कर दिया कि कभी-कभी एक पल की लापरवाही किसी की जान ले सकती है।

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