संसद में हंगामा: राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा पर लगाया अडानी मुद्दे से ध्यान भटकाने का आरोप, कहा- गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए

संसद में हो रहे हंगामे और धक्का-मुक्की को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि यह पूरा घटनाक्रम अडानी के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए रचा गया है। राहुल गांधी ने कहा कि हंगामे की शुरुआत अडानी मामले से हुई, जब बीजेपी ने इस पर चर्चा से बचने के लिए पूरे घटनाक्रम को मोड़ दिया।

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि संविधान पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान किया, जिससे विरोध बढ़ा। उन्होंने कहा कि अमित शाह को इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए। राहुल गांधी ने इसे संविधान विरोधी और आंबेडकर विरोधी मानसिकता करार दिया और कहा कि बीजेपी और RSS का उद्देश्य भारतीय संविधान को खत्म करना है।

राहुल गांधी का आरोप: अडानी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए रचा गया हंगामा

राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में बताया, “हम चाहते थे कि अडानी मामले पर चर्चा हो, लेकिन बीजेपी सरकार ने इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया। इसके बाद हम आंबेडकर की प्रतिमा के पास शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने गए थे, लेकिन बीजेपी सांसदों ने हमें रोकने की कोशिश की। यह पूरी घटना अडानी से ध्यान भटकाने के लिए की गई, क्योंकि बीजेपी सरकार अडानी को बचाना चाहती है।”

राहुल गांधी ने यह भी कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का बयान संविधान और आंबेडकर का अपमान करने वाला था, जो उनके असली इरादों को दर्शाता है। “हमने उनसे माफी की मांग की, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। यह हमारे संविधान के प्रति उनकी बेइज्जती है।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी उठाया मुद्दा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “हमने सदन में कोई गड़बड़ी नहीं की। हम 14 दिनों से आंबेडकर प्रतिमा के पास शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। यह प्रदर्शन अडानी मामले को लेकर था। जब संविधान पर चर्चा हो रही थी, तो गृह मंत्री ने आंबेडकर का मजाक उड़ाया। हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री उन्हें बर्खास्त करें, लेकिन यह उम्मीद बेकार रही। इसी कारण हम संसद की ओर बढ़ रहे थे, तभी बीजेपी सांसदों ने हमें रोकने की कोशिश की। मेरे साथ भी धक्का-मुक्की की गई।”

अडानी के मुद्दे पर कांग्रेस का लगातार विरोध

कांग्रेस नेताओं का यह कहना है कि अडानी के मुद्दे पर उनकी पार्टी लगातार विरोध कर रही है और यह प्रदर्शन संविधान और आंबेडकर की रक्षा के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने जानबूझकर संसद में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी, ताकि अडानी के खिलाफ उठ रहे सवालों से ध्यान हटाया जा सके।

इस बीच, भाजपा की ओर से इस आरोप पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन यह मामला अब संसद में एक और बड़ा विवाद बन गया है। कांग्रेस के आरोपों और बीजेपी की प्रतिक्रिया के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या यह विवाद आगामी चुनावों में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन जाएगा?

संसद का वातावरण और आगे की सियासी लड़ाई

संसद में इस तरह की धक्का-मुक्की और आरोप-प्रत्यारोप ने सियासी लड़ाई को और भी तेज कर दिया है। अब देखना यह है कि क्या कांग्रेस के आरोपों का कोई असर बीजेपी पर पड़ेगा, और क्या यह विवाद आगामी सत्रों में और भी गहरा होगा?

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