वीर सावरकर के पोते रणजीत सावरकर का राहुल गांधी पर तीखा हमला, झूठ बोलने और मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप

नई दिल्ली, 15 दिसंबर 2024: वीर सावरकर के पोते रणजीत सावरकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें झूठ बोलने और वीर सावरकर के नाम का राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। रणजीत सावरकर ने कहा कि राहुल गांधी अपने पूर्वजों के पापों को छिपाने के लिए सावरकर पर अनावश्यक टिप्पणी कर रहे हैं और मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने संसद में जो बयान दिया, वह न केवल झूठा था, बल्कि पूरी तरह से भ्रामक भी था।

राहुल गांधी पर कानूनन कार्रवाई की चुनौती

रणजीत सावरकर ने राहुल गांधी को सार्वजनिक मंच पर सावरकर के बारे में वही बयान देने की चुनौती दी, ताकि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को निंदनीय बताते हुए कहा, “राहुल गांधी ने जो कागज पढ़ा, वह उन्हें कहां मिला, यह तो हमें पता नहीं, लेकिन यह बयान पूरी तरह से झूठ और प्रपंच है।” उनका यह भी कहना था कि राहुल गांधी सावरकर के नाम को बार-बार राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि वे अपने परिवार के पूर्वजों की गलतियों को छिपा सकें।

सावरकर के विचारों पर जोर

रणजीत सावरकर ने वीर सावरकर के विचारों को रेखांकित करते हुए कहा कि सावरकर का संविधान और लोकतंत्र में पूर्ण विश्वास था। उन्होंने 1945 में एक ड्राफ्ट तैयार किया था, जिसमें देश के सभी नागरिकों के लिए धर्म को निजी मामला मानते हुए समानता और बिना भेदभाव के एक मजबूत राष्ट्र निर्माण की बात कही थी। उन्होंने यह भी कहा कि सावरकर ने हमेशा एक समावेशी समाज की बात की, जहां हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता हो, लेकिन राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने सावरकर के विचारों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया।

गांधी-नेहरू पर हमला

रणजीत सावरकर ने महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी और नेहरू संविधान के खिलाफ थे, और उनकी नीतियों ने देश को लंबे समय तक प्रभावित किया। रणजीत सावरकर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा संविधान विरोधी रही है और इसके फैसले देश के लिए कभी भी हितकारी नहीं रहे।

शिवसेना (UBT) को भी घेरा

रणजीत सावरकर ने शिवसेना (UBT) को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने दावा किया कि उद्धव ठाकरे की पार्टी अब सावरकर के विचारों से पूरी तरह से मुंह मोड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि पहले जो शिवसेना के सांसद वीर सावरकर के समर्थन में थे, अब वे उनकी विचारधारा से दूर हो गए हैं। रणजीत सावरकर का आरोप था कि उद्धव ठाकरे का राजनीतिक पतन इस कारण हुआ है, क्योंकि उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को त्याग दिया और सावरकर के सिद्धांतों से मुंह मोड़ा।

मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति का आरोप

रणजीत सावरकर ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी लगातार सावरकर पर अनावश्यक बयान देकर मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने सावरकर को निशाना बनाकर यह साबित किया है कि वे सिर्फ वोट के लिए राजनीति कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि सावरकर के विचारों का सम्मान करने वाले लोगों को कांग्रेस से अपने संबंधों पर पुनर्विचार करना चाहिए और इसे स्वीकार नहीं करना चाहिए।

संसद में सावरकर पर क्या कहा था राहुल गांधी?

संसद में संविधान पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के साथ-साथ वीर सावरकर पर भी निशाना साधा था। राहुल गांधी ने सावरकर को “माफी वीर” करार देते हुए कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता करके माफी मांगी थी। इसके अलावा, राहुल ने कहा था कि सावरकर मनुस्मृति को मानते थे, जो भारतीय संविधान के खिलाफ है। उनका यह भी कहना था कि सावरकर ने भारतीयता को संविधान में नहीं देखा। राहुल गांधी के इस बयान के बाद संसद में हंगामा मच गया था, और कांग्रेस सांसद इस पर खुश नजर आए थे।

राजनीतिक क्षेत्र में उबाल

रणजीत सावरकर के तीखे हमले ने अब राजनीति में एक नया मोड़ ले लिया है। कांग्रेस और राहुल गांधी को घेरे में लेने वाले इस बयानबाजी ने सावरकर परिवार और कांग्रेस के बीच की खाई को और गहरा कर दिया है। रणजीत सावरकर की इस तीखी प्रतिक्रिया के बाद सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या राहुल गांधी अब सावरकर के खिलाफ अपने बयान पर माफी मांगेंगे या यह विवाद और गहरा जाएगा।

यह मामला न केवल वीर सावरकर के व्यक्तित्व और उनके विचारों के प्रति सम्मान को लेकर है, बल्कि यह भारतीय राजनीति में जारी मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।

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