सोने की तस्करी के मामले में बिहार के किशनगंज एक बार फिर सुर्खियों में है। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की टीम ने दो तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से करोड़ों रुपये की कीमत का सोना बरामद किया। यह गिरफ्तारी एक गहरी खुफिया सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि कुछ लोग बांग्लादेश से सोने की तस्करी कर सिलीगुड़ी और फिर किशनगंज ले जा रहे थे।
डीआरआई की टीम ने इस सूचना पर तेजी से कार्रवाई की और दो तस्करों को पकड़ा। इनकी पहचान जेठ मोहन बोसाक (28) और महेश चौधरी (45) के रूप में हुई, जो किशनगंज के निवासी हैं। तस्करों के पास से 13 सोने के बिस्कुट जब्त किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 1.19 करोड़ रुपये बताई जा रही है। जब्त किए गए सोने का वजन 1514.50 ग्राम है। इन तस्करों ने इस सोने को स्विफ्ट डिजायर कार के इंजन कम्पार्टमेंट के एयर फिल्टर बॉक्स में छुपाकर रखा था, जिसे डीआरआई ने बड़ी चतुराई से बरामद किया।
गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ जारी है, और इस मामले की जांच में डीआरआई की टीम सोने की तस्करी के नेटवर्क को लेकर पूरी जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है। यह मामला तब सामने आया जब इससे पहले भी किशनगंज के एक युवक दिनेश पारीक को सिलीगुड़ी में भारी मात्रा में सोने और नकदी के साथ गिरफ्तार किया गया था।
महेश चौधरी के परिजनों का कहना है कि वे महेश की गिरफ्तारी से अंजान थे और उनके बेटे को किसी भी प्रकार की तस्करी के बारे में जानकारी नहीं थी। डीआरआई की टीम अब तस्करी के मुख्य मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी है।
यह गिरफ्तारी उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो सोने की तस्करी जैसे अवैध धंधों में लिप्त हैं। अधिकारियों का कहना है कि वे इस नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं।