इस्तांबुल एयरपोर्ट पर पिछले 24 घंटों से इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट (6E0018) में देरी के कारण 400 यात्री फंसे हुए हैं। इन यात्रियों में ज्यादातर नई दिल्ली, मुंबई और तुर्की के हैं। फ्लाइट में देरी को लेकर एयरलाइन का कहना है कि यह ऑपरेशनल कारणों से हुआ है, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को खाने-पीने की सुविधा और ठहरने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किया गया। यात्रियों का कहना है कि उन्हें पिछले 24 घंटे से एयरपोर्ट पर ही इंतजार करने को मजबूर किया गया है।
यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइन के खिलाफ गुस्से का इज़हार किया है। एक यात्री अनुश्री भंसाली ने बताया कि उड़ान पहले दो बार एक घंटे की देरी से शुरू हुई, फिर उसे बिना सूचना के रद्द कर दिया गया, और अंत में 12 घंटे बाद रीशेड्यूल किया गया। इस देरी के चलते यात्री पूरी रात एयरपोर्ट पर ही खड़े रहे, लेकिन इंडिगो की ओर से कोई उचित जानकारी नहीं दी गई।
यात्रियों की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। मुंबई जाने वाले पार्श्व मेहता ने ट्विटर पर एयरलाइन पर हमला करते हुए कहा कि रात 8.15 बजे की उड़ान को पहले रात 11 बजे, फिर अगले दिन सुबह 10 बजे तक टाल दिया गया। इसके बावजूद इंडिगो की ओर से कोई घोषणा या जानकारी नहीं दी गई। साथ ही, इंडिगो की तरफ से उन्हें किसी वैकल्पिक उड़ान की पेशकश भी नहीं की गई। मेहता ने कहा कि इस्तांबुल एयरपोर्ट पर लाउंज की सुविधा दी गई, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में फंसे यात्रियों के लिए वह लाउंज बहुत छोटा था, और कई यात्री घंटों खड़े रहे।
यात्रियों ने इंडिगो की इस लापरवाही और खराब सेवाओं को लेकर तीखी आलोचना की है, और उन्हें उचित मुआवजे की उम्मीद है। यह घटना यात्री अनुभव को लेकर एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है, जिसमें एयरलाइन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।