आज देशभर में पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी की जयंती मनाई जा रही है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके अतुलनीय योगदान को याद किया।
पीएम मोदी ने किया प्रणब मुखर्जी को याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि वह एक अद्वितीय राजनेता और अद्भुत प्रशासक थे। पीएम ने लिखा, “प्रणब बाबू भारत के विकास में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। वह गहन ज्ञान के भंडार थे और सभी क्षेत्रों में सहमति बनाने की अद्भुत क्षमता रखते थे। यह उनकी गहरी समझ और प्रशासन के व्यापक अनुभव का परिणाम था।”
उन्होंने आगे कहा, “हम उनके सपनों के भारत को साकार करने के लिए काम करते रहेंगे।”
अमित शाह ने प्रशंसा में लिखी बड़ी बातें
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रणब मुखर्जी की जयंती पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने X पर लिखा, “प्रणब दा ने सार्वजनिक जीवन में अपना विशाल अनुभव और नेतृत्व का प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रीय प्रशासन में एक नई दिशा दी और राष्ट्रपति पद को लोगों के कार्यालय के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी स्थायी विरासत देश को प्रेरित करती रहेगी।”
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने भी किया याद
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रणब मुखर्जी को याद करते हुए उनके राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना की। उन्होंने लिखा, “पांच दशकों तक, प्रणब मुखर्जी भारतीय राजनीति और कांग्रेस पार्टी के मजबूत स्तंभ रहे। उनकी गहरी समझ, अनुभव और ज्ञान ने हर संवैधानिक पद को नई ऊंचाई दी।”
खरगे ने प्रणब मुखर्जी की कही गई एक पंक्ति को भी उद्धृत किया: “भारत की सच्ची कहानी लोगों की साझेदारी है। हमारी संपत्ति किसानों, श्रमिकों, उद्योगपतियों, सैनिकों और नागरिकों के योगदान से बनी है।”
राजनीतिक और प्रशासनिक विरासत
प्रणब मुखर्जी, जिन्हें ‘प्रणब दा’ के नाम से भी जाना जाता है, ने भारत के राष्ट्रपति, केंद्रीय वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री, और विदेश मंत्री जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए देश की सेवा की। वह भारत के संविधान, राजनीति और प्रशासन के गहरे जानकार थे। उन्होंने न केवल कांग्रेस पार्टी में बल्कि समूचे राष्ट्रीय परिदृश्य में अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया।
देश के प्रति योगदान को किया गया याद
नेताओं ने उनके राष्ट्र के प्रति समर्पण और उनकी दूरदर्शिता को सराहा। प्रणब मुखर्जी के विचारों और कामों को सभी दलों के नेताओं ने प्रेरणा का स्रोत बताया। उनकी जयंती पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां उनके योगदान और उनकी शिक्षाओं को याद किया गया।
प्रणब मुखर्जी का जीवन राजनीति और सार्वजनिक सेवा का अद्वितीय उदाहरण है। उनके ज्ञान, अनुभव और दूरदर्शिता ने भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद की। उनकी जयंती पर देश ने एक बार फि
र उनकी विरासत को नमन किया।