सीरिया में तख्तापलट के बाद असद और उनके परिवार पर शिकंजा: रूस में शरण लेने के बावजूद बढ़ी मुश्किलें

सीरिया में बशर अल असद के शासन का अंत हो चुका है, लेकिन उनके परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, असद ने रूस में शरण ली है, लेकिन उनके परिवार पर सीरिया के बाहर भी अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ चुका है। 2011 के विरोध प्रदर्शनों के दमन और पांच लाख से अधिक जानों की कीमत पर अपने शासन को बनाए रखने वाले बशर अल असद पर अब दुनिया भर से आक्रोश फूट पड़ा है।

अमेरिका और ब्रिटेन ने परिवार के सदस्य पर कार्रवाई की

अमेरिका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने बशर अल असद के ससुर फवाज अल-अखरास पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन प्रतिबंधों के तहत आरोप लगाया गया है कि फवाज अल-अखरास ने असद को अंतरराष्ट्रीय राजनीति में समर्थन प्रदान किया और उन्हें वित्तीय मामलों और प्रतिबंधों से बचाने की कोशिश की। 2020 में भी अमेरिका ने अस्मा अल असद और उनके परिवार के कई अन्य सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए थे।

फवाज अल-अखरास का अतीत और नागरिकता

फवाज अल-अखरास, जो सीरिया के होम्स शहर में 1946 में पैदा हुए थे, ब्रिटेन और सीरिया दोनों के नागरिक हैं। वह लंदन में एक हृदय रोग विशेषज्ञ के रूप में प्रैक्टिस करते थे, और यहीं बशर अल असद की पत्नी अस्मा का जन्म हुआ था। यह संघर्ष केवल बशर अल असद तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके परिवार और करीबी सहयोगियों पर भी अब कड़ा नियंत्रण है।

सीरिया में तख्तापलट और विद्रोहियों की जीत

सीरिया के विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व में एक ऐतिहासिक संघर्ष हुआ, जिसके परिणामस्वरूप बशर अल असद को सीरिया छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। विद्रोही संगठनों ने 27 नवंबर को सीरियाई सेना पर हमला किया, और केवल दस दिनों के भीतर ही ये गुट दमिश्क तक पहुंच गए। इसके बाद, 8 दिसंबर को बागियों ने घोषणा की कि एक बुरे युग का अंत हो गया है और सीरिया को मुक्त कर लिया गया है।

यह घटनाक्रम सीरिया के कबीले-राज और असद के दशकों पुराने शासन का अंत होने का प्रतीक बन चुका है, और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस संघर्ष के नए मोड़ की चर्चाएं हो रही हैं।

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