अमृतसर में नितिन गडकरी के सम्मेलन से पहले किसानों का उग्र प्रदर्शन, पुलिस ने की कार्रवाई

अमृतसर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के रविवार को आयोजित सहकारी भारती के सम्मेलन में शामिल होने से पहले किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम अमृतसर रेलवे स्टेशन के पास बी-ब्लॉक में हो रहा था, जहां देशभर से 2500 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित थे। किसानों ने गडकरी के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर जमकर नारेबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। इस घटना ने सम्मेलन से पहले सुरक्षा और प्रशासनिक स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया।

किसानों का दिल्ली कूच स्थगित, शंभू बॉर्डर पर जारी है प्रदर्शन

इससे पहले, पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों के समर्थन में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को किसानों ने दिल्ली कूच करने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें तितर-बितर कर दिया। इसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच का आंदोलन स्थगित कर दिया। किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है, और वे अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे हुए हैं।

सहकार भारती के राष्ट्रीय सम्मेलन में गडकरी का संबोधन

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस दौरान अमृतसर पहुंचे और उन्होंने सहकार भारती के 8वें राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन सहकारिता को समर्पित था, और इसमें सहकारिता के क्षेत्र में किए गए सुधारों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई। सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर और राष्ट्रीय महासचिव डॉ. उदय जोशी भी उपस्थित थे। गडकरी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जब से 2021 में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना हुई है, तब से देश में सहयोग और सहकारिता के प्रति एक नई जागरूकता पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि सहकार भारती ने इस क्षेत्र में अहम योगदान दिया है और इसे गौरव की बात माना जाना चाहिए।

किसानों के प्रदर्शन और गडकरी के कार्यक्रम का सामना

गडकरी का सम्मेलन एक ऐसे समय में हो रहा है, जब पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं। किसान आंदोलन की यह जड़ें गहरी होती जा रही हैं, और राजनीतिक दबाव भी बढ़ता जा रहा है। किसानों का कहना है कि सरकार उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण उन्हें मजबूरन सड़क पर उतरने की नौबत आई है।

सहकारी भारती के सम्मेलन का महत्व

सहकार भारती के इस राष्ट्रीय सम्मेलन में सहकारिता के क्षेत्र में भविष्य की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की जा रही है। गडकरी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि आगामी तीन वर्षों में सहकार भारती के कार्यों को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। उन्होंने सहकारिता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में एक अहम भूमिका निभाता है।

पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था

किसानों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। पुलिस ने किसानों के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद शांति बनाए रखने के लिए और किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने इलाके में कड़ी निगरानी रखी। गडकरी के सम्मेलन में कोई भी विघ्न न आये, इसके लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए थे।

इस घटना से यह स्पष्ट हो गया कि एक ओर जहां सरकार विकास की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर किसानों के प्रदर्शन और उनकी नाराजगी का समाधान ढूंढने की आवश्यकता है। इन विरोध प्रदर्शनों ने इस बात को और उजागर किया है कि किसानों के मुद्दे अभी भी हल नहीं हुए हैं और उनका गुस्सा बढ़ रहा है।

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