दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने आज एक बयान जारी करते हुए बताया कि मोती नगर और कीर्ति नगर के बीच ब्लू लाइन पर केबल चोरी की घटना के कारण ट्रेनें धीमी रफ्तार से चलेंगी, जिससे यात्रियों को कुछ अतिरिक्त इंतजार करना पड़ेगा। DMRC ने साफ किया कि इस समस्या का समाधान रात के समय, जब मेट्रो का ऑपरेशन खत्म हो जाएगा, किया जा सकेगा।
DMRC ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि “मोती नगर और कीर्ति नगर के बीच केबल चोरी के कारण ब्लू लाइन पर सेवाओं में देरी हो रही है। हम इसके लिए खेद व्यक्त करते हैं। यह समस्या केवल रात के समय, जब परिचालन समाप्त होगा, हल हो सकेगी। दिन के समय प्रभावित खंड पर ट्रेनें प्रतिबंधित गति से चलेंगी, जिसके कारण सेवाओं में देरी हो सकती है।” मेट्रो ने यात्रियों से अनुरोध किया कि वे अपनी यात्रा की योजना इस देरी को ध्यान में रखते हुए बनाएं।
ब्लू लाइन दिल्ली मेट्रो का सबसे व्यस्त रूट माना जाता है, और इस पर हो रही देरी से यात्रियों को परेशानी हो सकती है। केबल चोरी की घटना ने मेट्रो सेवाओं को प्रभावित किया है, जिससे कई यात्री लंबी प्रतीक्षा में हो सकते हैं।
तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर पर बनी बड़ी उपलब्धि
एक और महत्वपूर्ण अपडेट में, DMRC ने तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर के तहत सबसे लंबी सुरंग खोदने के कार्य को पूरा किया। यह सुरंग तुगलकाबाद एयरफोर्स लॉन्चिंग शाफ्ट और मां आनंदमयी मार्ग के बीच खोदी गई है। DMRC ने जानकारी दी कि मां आनंदमयी मार्ग स्टेशन पर 2.65 किलोमीटर लंबी सुरंग खोदी गई और 105 मीटर लंबी सुरंग खोदने वाली मशीन (TBM) अब टूट गई है।
एयरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर के इस हिस्से में दो समानांतर सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है, जो ऊपर और नीचे आवाजाही के लिए उपयोगी होंगी। नई सुरंग का निर्माण लगभग 16 मीटर की औसत गहराई पर किया गया है, जिसमें कुल 1,894 छल्ले (रिंग्स) स्थापित किए गए हैं। इस सुरंग के निर्माण के पूरा होने से दिल्ली मेट्रो के विस्तार और यात्रा की सुविधा में बड़ा योगदान होगा।
क्या ब्लू लाइन पर यात्रियों की परेशानी जल्द दूर होगी?
ब्लू लाइन पर केबल चोरी के कारण मेट्रो सेवाओं में हो रही देरी ने यात्रियों को असुविधा में डाल दिया है, और यह सवाल उठ रहा है कि क्या जल्द ही इस समस्या का समाधान होगा। वहीं, तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर पर सुरंग निर्माण की सफलता ने दिल्ली मेट्रो के प्रगति की ओर एक कदम और बढ़ाया है। यात्रियों को अब उम्मीद है कि मेट्रो की सभी सेवाएं जल्द ही सामान्य हो जाएं और वे बिना किसी बाधा के यात्रा कर सकें।