बुधवार सुबह तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में भूकंप के झटकों से हड़कंप मच गया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई। महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह 7:20 से 7:26 बजे के बीच कई इलाकों में धरती हिलने से लोग घबराकर घरों और अपार्टमेंट से बाहर निकल आए।
भूकंप का केंद्र तेलंगाना के मुलुगु जिले के मेदाराम इलाके में था। नंदीगामा में धरती 7 सेकंड तक हिली, जबकि गुडीवाड़ा में 2 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। हैदराबाद, वारंगल, खम्मम, विजयवाड़ा, भद्राचलम, गोदावरी खानी, भूपालपल्ली सहित कई जिलों में झटके महसूस किए गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि झटके के दौरान कुर्सियों पर बैठे लोग गिर गए, और कंपन इतना तेज था कि लोगों को बाहर आना पड़ा। गोदावरी नदी के तल में भी कंपन महसूस किया गया, जो क्षेत्र में भूकंप के प्रभाव को दर्शाता है।
तेलंगाना में पिछले 20 वर्षों में यह सबसे बड़ा भूकंप बताया जा रहा है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने लिखा, “20 साल में तेलंगाना में इतना शक्तिशाली भूकंप पहली बार आया है। इसका केंद्र मुलुगु में था।”
भूकंप के बाद स्थानीय प्रशासन ने हालात का जायजा लिया और लोगों से सतर्क रहने की अपील की। विशेषज्ञों के मुताबिक, तेलंगाना में भूकंप की घटनाएं दुर्लभ हैं, लेकिन इस बार इसकी तीव्रता अधिक होने से घबराहट का माहौल है।
इस भूकंप ने क्षेत्र में संभावित भूगर्भीय गतिविधियों की ओर इशारा किया है, जिससे आगे के जोखिमों को लेकर चिंताएं बढ़
गई हैं।