कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को एक और बड़ी सफलता मिली है। श्रीनगर के डचिगाम में जारी मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने एक आतंकवादी को मार गिराया है। मारे गए आतंकवादी की पहचान जुनैद अहमद भट के रूप में हुई है, जो लश्कर-ए-तैयबा का ए-कैटेगरी का आतंकी था। जुनैद भट गांदरबल के गगनगीर क्षेत्र में नागरिकों की हत्या और अन्य आतंकी हमलों में शामिल था, जिससे उसकी गतिविधियों ने कश्मीर में कई बार सुरक्षा को चुनौती दी थी।
कैसे हुई मुठभेड़?
यह मुठभेड़ डचिगाम के ऊपरी इलाकों में उस वक्त शुरू हुई, जब सुरक्षाबलों को वहां आतंकियों की मौजूदगी का इनपुट मिला था। सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जिस दौरान आतंकियों ने खुद को घिरता देख फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के जवाब में सुरक्षाबलों ने भी कार्रवाई शुरू कर दी, और इस मुठभेड़ में अब तक एक आतंकवादी को मार गिराया गया है।
ऑपरेशन डचिगाम की स्थिति
मुठभेड़ के दौरान, सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और ऑपरेशन को तेज किया। जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से यह भी बताया गया कि ऑपरेशन अब भी जारी है और डचिगाम के ऊपरी इलाकों में सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी ली जा रही है। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम शामिल है, जो मिलकर आतंकियों को नष्ट करने के लिए समन्वित प्रयास कर रही है।
उत्तरी कमान की सराहना
ऑपरेशन डचिगाम की सफलता के बाद, भारतीय सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने सुरक्षाबलों को बधाई दी। उन्होंने चिनार वारियर्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस को उनके उत्कृष्ट तालमेल, त्वरित कार्रवाई और सटीकता से ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सराहा। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन कश्मीर को आतंकमुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है और भारतीय सेना अपने संकल्प पर दृढ़ है कि कश्मीर को आतंकवाद से मुक्त किया जाएगा।
डचिगाम का महत्व
डचिगाम क्षेत्र में यह मुठभेड़ एक राष्ट्रीय उद्यान के पास हुई, जो 141 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह क्षेत्र सुरक्षाबलों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि यह इलाके की जंगली और घने क्षेत्रों में स्थित है, लेकिन सुरक्षाबलों ने अपनी पेशेवर क्षमता और तत्परता से आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है।
आतंकी संगठन का कमजोर होता आधार
जुनैद अहमद भट का मारा जाना कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा के लिए एक बड़ा झटका है, जो स्थानीय नागरिकों को निशाना बना कर अपना नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई और उनके द्वारा की जा रही मुठभेड़ों के कारण आतंकवादी संगठनों के नेटवर्क पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है।
यह ऑपरेशन सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता साबित हो सकती है, क्योंकि यह कश्मीर घाटी में आतंकवाद के खिलाफ उनके दृढ़ संकल्प और शक्ति को दर्शाता है। सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई आतंकवादियों के खिलाफ जारी उनके संघर्ष को एक नई दिशा दे सकती है।