झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार 5 दिसंबर को होने जा रहा है, जिसके लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। इस विस्तार के तहत कुल 11 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी, जिसमें कांग्रेस, आरजेडी और माले के नेताओं को भी महत्वपूर्ण पद मिल सकते हैं। झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने इस मंत्रिमंडल विस्तार पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब भी बड़ा फैसला लिया जाता है, तो उस पर चर्चा होती है और केंद्रीय नेतृत्व से सुझाव लिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि राज्यपाल से समय लिया गया है और 5 दिसंबर को पूरा मंत्रिमंडल शपथ लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेगा, वह सभी को मान्य होगा।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार 5 दिसंबर को राजभवन में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। सूत्रों के अनुसार, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में कांग्रेस को 4 मंत्री पद मिल सकते हैं, जबकि आरजेडी और माले को 1-1 मंत्री पद देने की संभावना है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में सभी वर्गों, विशेष रूप से महिलाओं, युवाओं और किसानों को प्रतिनिधित्व देने की योजना है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में हर प्रमंडल का प्रतिनिधित्व किया जाएगा, और सभी महत्वपूर्ण वर्गों को मंत्री पद दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह विस्तार सौहार्दपूर्ण तरीके से किया जाएगा और इसमें किसी भी वर्ग के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।
इसके साथ ही, मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद झारखंड विधानसभा का सत्र 9 से 12 दिसंबर तक बुलाया जा सकता है। इस बीच, नियमित विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव तक जेजेएम के विधायक स्टीफन मरांडी प्रोटेम स्पीकर के रूप में कार्यवाही का संचालन करेंगे।
इस मंत्रिमंडल विस्तार के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, और सभी की निगाहें 5 दिसंबर पर टिकी हुई हैं, जब सरकार के नए चेहरे जनता के सामने आएंगे।