मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक चौंका देने वाली घटना सामने आई, जहां नगर निगम की टीम ने सार्वजनिक स्थान पर भैंस बांधने और गोबर से गंदगी फैलाने के आरोप में एक भैंस मालिक पर 9 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। हालांकि, जुर्माना भरने के बाद भैंस मालिक की अपील पर फिलहाल भैंस को छोड़ दिया गया। यह घटना शहर में नगर निगम की टीम द्वारा की गई कार्रवाई का हिस्सा थी, जिसे सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने से बचाने के लिए किया गया था।
क्या था पूरा मामला?
गायत्री नगर में नगर निगम की टीम को सूचना मिली थी कि कॉलोनी के पुल पर एक व्यक्ति ने अपनी भैंस को बांध रखा है, और इसके कारण रास्ते पर गंदगी फैल रही है। जब नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि नंद किशोर नामक व्यक्ति ने अपनी भैंस को पुल के पास बांध रखा था, और भैंस का गोबर आसपास फैला हुआ था, जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
नगर निगम की कार्रवाई
नगर निगम की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नंद किशोर पर 9 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। हालांकि, जुर्माना भरने को लेकर भैंस मालिक ने कुछ समय तक आनाकानी की। इस पर टीम ने भैंस को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। लेकिन कुछ देर बाद नंद किशोर जुर्माना भरने के लिए तैयार हो गए। अंततः, जुर्माना भुगतान करने के बाद उनकी भैंस को वापस कर दिया गया।
भविष्य में क्या होगा?
नगर निगम अधिकारियों ने भैंस मालिक को चेतावनी देते हुए कहा कि वह भविष्य में अपने जानवरों को सार्वजनिक स्थानों पर न बांधे। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अगर भविष्य में वह फिर से ऐसा करते पाए गए, तो उनकी भैंस को फिर से जब्त किया जाएगा।
इस घटना ने सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने और जानवरों को गलत जगहों पर बांधने के मुद्दे को उजागर किया है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि वे शहर को साफ रखने के लिए इस तरह की कार्रवाई जारी रखेंगे।