मेरठ में अवैध गैस रिफिलिंग का भंडाफोड़: पुलिस ने पकड़े 176 सिलेंडर, कई लोगों की जान को खतरा!

उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला अवैध कारोबार का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। हाल ही में पुलिस ने अवैध रूप से डीजल में मिलावट करने वाले गोदाम का भंडाफोड़ किया था, जिसके बाद अब एक नए मामले में अवैध गैस रिफिलिंग के एक प्लांट पर छापा मारकर बड़ा खुलासा किया है।

पुलिस और आपूर्ति विभाग का साझा ऑपरेशन

मेरठ के कोतवाली इलाके में पुलिस और आपूर्ति विभाग की संयुक्त टीम ने एक रिहायशी क्षेत्र में चल रहे अवैध गैस रिफिलिंग प्लांट पर कार्रवाई की। इस छापेमारी के दौरान 176 से अधिक घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडर जब्त किए गए, जिन्हें अवैध तरीके से रिफिल कर बाजार में कम कीमतों पर बेचा जा रहा था। इस प्लांट का संचालन मेरठ के प्रहलाद नगर के रहने वाले दो भाई, शाहनवाज और राजा, कर रहे थे।

खतरनाक रिफिलिंग सेटअप का भंडाफोड़

पुलिस जांच में सामने आया कि इस प्लांट को पिछले दो सालों से साद और उसके दो साथियों, दिलशाद और नईम, द्वारा चलाया जा रहा था। उन्होंने किराए के मकान में प्रेशर मशीन और पाइप का सेटअप बना रखा था, जिससे सिलेंडरों में गैस और हवा भरी जाती थी। ये सिलेंडर रेहड़ी-पटरी, रेस्टोरेंट और कुछ घरों में सप्लाई किए जा रहे थे, जिससे लाखों की आबादी वाले क्षेत्र में रहने वाले लोगों की जान को खतरा हो सकता था।

प्लांट को किया गया सील, जांच जारी

इस अवैध रिफिलिंग प्लांट को सील कर दिया गया है और आपूर्ति विभाग ने इसकी गहराई से जांच शुरू कर दी है। विभाग का कहना है कि इस धंधे में कुछ गैस एजेंसियों की भी मिलीभगत हो सकती है। मौके से अधिकारियों को 42 भरे हुए कमर्शियल सिलेंडर, 27 खाली कमर्शियल सिलेंडर और अन्य घरेलू सिलेंडर मिले हैं।

पुलिस ने की गिरफ्तारी

पुलिस अधीक्षक सिटी, आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि उन्हें गोला कुआं पर एक अवैध गोदाम चलाने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने बताया कि घरेलू सिलेंडरों से कमर्शियल सिलेंडरों में रिफिलिंग का काम किया जाता था, जो न केवल कानून का उल्लंघन था, बल्कि लोगों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा था।

इस मामले के सामने आने के बाद मेरठ में अवैध कारोबार पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता और बढ़ गई है। अब सभी की नजर इस मामले की गहराई और आगे की कार्रवाई पर है, ताकि ऐसी अनियमितताओं पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।

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