केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल के पेट्रापोल भूमि बंदरगाह पर एक नए यात्री टर्मिनल भवन और कार्गो गेट का उद्घाटन करते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से होने वाली घुसपैठ को नियंत्रित किए बिना राज्य में शांति स्थापित नहीं की जा सकती। शाह ने यह भी दावा किया कि यदि 2026 में उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो अवैध प्रवासन पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी।
शाह ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और लोगों से आने वाले चुनाव में राजनीतिक बदलाव की अपील की। उन्होंने कहा, “इन बंदरगाहों की भूमिका सीमा पर शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण है। जब सीमा पार लोगों की वैध आवाजाही का उचित साधन नहीं होता, तो अवैध तरीकों का उपयोग किया जाता है, जिससे देश की शांति प्रभावित होती है।”
पेट्रापोल भूमि बंदरगाह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि बंदरगाह है, जो भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार के लिए एक प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है। यह बंदरगाह दोनों देशों के बीच लगभग 70 प्रतिशत व्यापार को संभालता है और सालाना 23 लाख से अधिक यात्रियों की आवाजाही की सुविधा प्रदान करता है। नए यात्री टर्मिनल के चालू होने से बुनियादी ढांचे में वृद्धि होगी और आव्रजन, सीमा शुल्क, तथा सुरक्षा सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी, जिससे प्रतिदिन 20,000 यात्रियों की आवाजाही संभव हो सकेगी।
अमित शाह ने पिछले साल इस परियोजना की आधारशिला रखी थी, और भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण ने इस सीमा क्षेत्र से प्रतिदिन लगभग छह से सात सौ ट्रकों के आवागमन को देखते हुए नया कार्गो गेट का निर्माण किया है। शाह की इस घोषणा ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और आगामी चुनावों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है।