महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की दूसरी बैठक हुई, जिसमें उम्मीदवारों के नाम पर मंथन हुआ। सूत्रों के मुताबिक, विदर्भ, मुंबई और पश्चिम महाराष्ट्र की कुछ सीटें उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी को देने पर राहुल गांधी ने नाराजगी जताई, जिससे बैठक के बीच में ही उन्होंने बाहर निकलने का निर्णय लिया।
बैठक में राहुल गांधी ने उन उम्मीदवारों के नाम पर भी एतराज जताया, जिन्हें बड़े नेताओं द्वारा प्रस्तावित किया गया था। उन्होंने चयन प्रक्रिया को लेकर भी असंतोष व्यक्त किया। सूत्रों का कहना है कि कई महाराष्ट्र कांग्रेस नेता अपने करीबियों और परिवार के सदस्यों को टिकट देने के लिए नाम आगे बढ़ा रहे हैं, जिस पर राहुल ने आपत्ति जताई।
बैठक के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि आज उनकी दूसरी सूची जारी होगी और कल तीसरी सूची भी आ जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आएगी।
पटोले ने कहा, “मोदी और शाह जितनी रैलियां करेंगे, उतना हमें फायदा होगा,” यह संकेत देते हुए कि कांग्रेस इस चुनाव में लोकसभा चुनाव से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है।
वहीं, चुनाव प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि महाविकास अघाड़ी में सब कुछ ठीक है और वे एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने महायुति में समस्याओं की ओर इशारा किया, यह बताते हुए कि कांग्रेस मजबूत होकर महाराष्ट्र में सरकार बनाएगी।
राहुल गांधी का इस तरह का असंतोष और बैठक से बाहर जाना कांग्रेस के लिए संकेत है कि चुनावी रणनीति में गहरी ध्रुवीकरण की आवश्यकता है।