दिल्ली में सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिए ड्रोन तकनीक का सहारा, राजनीतिक तकरार जारी

दिल्ली में प्रदूषण की समस्या एक बार फिर गंभीर होती जा रही है, खासकर सर्दियों के मौसम में। इसे रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने इस साल 21 सूत्री विंटर एक्शन प्लान जारी किया है, जिसमें प्रदूषण फैलाने वाले कारकों पर निगरानी के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इस पहल का पायलट प्रोजेक्ट वजीरपुर हॉट स्पॉट में शुरू किया गया, जहां खुद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ड्रोन ट्रायल का उद्घाटन किया।

 हॉट स्पॉट पर ड्रोन निगरानी

पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली में 13 हॉट स्पॉट्स चिन्हित किए गए हैं, जहां वायु गुणवत्ता सामान्य स्तर से अधिक खराब रहती है। ड्रोन के जरिए आसमान से प्रदूषण के स्रोतों की पहचान की जाएगी, जिससे संबंधित विभाग उचित कदम उठा सकें। वजीरपुर क्षेत्र में ड्रोन लगभग 200 मीटर की रेंज में प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों की तस्वीरें ले रहा है। इन तस्वीरों के माध्यम से दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। यदि यह पायलट प्रोजेक्ट सफल रहता है, तो अन्य हॉट स्पॉट्स में भी इसे लागू किया जाएगा।

 बीजेपी पर हमला

इस बीच, गोपाल राय ने बीजेपी पर भी जोरदार हमला किया। हाल ही में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के यमुना में डुबकी लगाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने पर राय ने सुझाव दिया कि उन्हें बेहतर इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “भाजपा के लोग इस तरह की नौटंकी बंद करें।” राय ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा पर आरोप लगाया कि वे यमुना में प्रदूषित पानी छोड़ रहे हैं, जिससे दिल्ली के लोगों के लिए पीने के पानी तक की समस्या उत्पन्न हो रही है।

 CJI के बयान पर राय की प्रतिक्रिया

मुख्य न्यायाधीश के खराब वायु गुणवत्ता के कारण मॉर्निंग वॉक पर न जाने की बात पर राय ने कहा कि सभी को स्वास्थ्य संबंधी सलाह का पालन करना चाहिए। उन्होंने हाल ही में बताया कि हवा की गति बढ़ने से प्रदूषण का स्तर 300 से नीचे आया है, और अगर यह गति बनी रहती है तो स्थिति और भी बेहतर हो सकती है।

दिल्ली सरकार की प्रदूषण नियंत्रण के लिए निरंतर कोशिशें जारी हैं, लेकिन राजनीतिक प्रतिकूलताओं के बीच यह देखना होगा कि क्या ड्रोन तकनीक इस बार प्रदूषण की समस्या को कम करने में सफल हो पाएगी।

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