चक्रवात ‘दाना’ का तांडव: ओडिशा और पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट, 16 उड़ानें और 190 ट्रेनें रद्द

चक्रवात ‘दाना’ के आसन्न खतरे ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल को हाई अलर्ट पर रख दिया है। गुरुवार सुबह से ही ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का दौर शुरू हो गया है। समुद्र के किनारे की स्थिति बेहद भयावह हो चुकी है, जहां ऊंची लहरें उठ रही हैं और हवाओं की रफ्तार बढ़ रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जानकारी दी है कि चक्रवाती तूफान ‘दाना’ शुक्रवार भोर के समय ओडिशा के भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और भद्रक जिले के धामरा बंदरगाह पर दस्तक दे सकता है, जिसकी हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने का अनुमान है।

अन्य राज्यों में भी अलर्ट

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने इस चक्रवाती तूफान ने केवल ओडिशा और पश्चिम बंगाल को ही नहीं, बल्कि झारखंड, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ को भी अलर्ट पर रखा है। समुद्री क्षेत्रों के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। एनडीआरएफ की 56 टीमें विभिन्न स्थानों पर तैनात की गई हैं, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना किया जा सके।

मौसम विभाग का बुलेटिन

मौसम विभाग ने ‘दाना’ के विकास पर एक बुलेटिन जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि यह तूफान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए 24 अक्टूबर की मध्य रात्री से 25 अक्टूबर की सुबह के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट को पार करेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।

पेड़ उखड़ने लगे, सड़कें अवरुद्ध

चक्रवात ‘दाना’ की आहट भर से ही कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे बालासोर, भद्रक, भीतरकनिका और पुरी के कुछ इलाके अवरुद्ध हो गए हैं। भुवनेश्वर के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि चक्रवात के पश्चिम और पश्चिम-दक्षिण की ओर जाने की संभावना है, जिससे 26 अक्टूबर के आसपास दक्षिणी ओडिशा में बारिश की संभावना बढ़ गई है।

 परिवहन पर प्रभाव

चक्रवात ‘दाना’ के मद्देनजर भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ानों का परिचालन गुरुवार शाम से 16 घंटों के लिए निलंबित रहेगा। इस अवधि में कुल 16 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। वहीं, पूर्वी रेलवे ने गुरुवार रात आठ बजे से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक अपने सियालदह मंडल में 190 लोकल ट्रेनों का परिचालन न करने का निर्णय लिया है। दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी 150 से अधिक एक्सप्रेस और यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है।

 आपातकालीन सेवाएं तैयार

भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) भी हाई अलर्ट पर है और उसने बंगाल की खाड़ी पर किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए जहाजों और विमानों को तैनात किया है। एनडीआरएफ ने कहा है कि उसने दक्षिण बंगाल में भी कई टीमों को तैनात किया है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति का तुरंत समाधान किया जा सके।

चक्रवात ‘दाना’ का यह खतरा केवल प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि लाखों लोगों की सुरक्षा और जीवन को प्रभावित करने वाला एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। सभी को सुरक्षित रखने के लिए राज्य और केंद्र सरकारें तत्पर हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *