सिर्फ चार दिन पहले इस्लामाबाद में हुए SCO सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शांति और भाईचारे की बातें की थीं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकवादी हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान की नीयत को उजागर कर दिया है। आतंकियों ने 7 बेकसूर लोगों की हत्या कर दी, जिसमें कई श्रमिक शामिल हैं, और इस हमले की योजना पाकिस्तान में बैठे मोस्ट वांटेड आतंकवादी सज्जाद गुल ने बनाई।
करवा चौथ के दिन, आतंकियों ने गांदरबल के गगनगीर क्षेत्र में एक निर्माण साइट पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस हमले में बडगाम के डॉक्टर शाहनवाज मीर और कठुआ के डिजाइनर शशि अबरोल समेत कई मजदूरों की जान गई। इसके अलावा, पांच अन्य श्रमिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
सुरक्षाबलों ने तुरंत क्षेत्र को घेर लिया और प्रारंभिक जांच में आतंकियों के पाकिस्तान से जुड़े होने के सबूत मिले। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इस दर्दनाक घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “कश्मीर कभी पाकिस्तान नहीं बनेगा” और पाकिस्तान के हुक्मरानों से अपील की कि वे इस आतंकवाद को समाप्त करें।
इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, और सूत्रों के अनुसार, आतंकियों ने एक महीने तक रेकी की थी। गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि इस घिनौने हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, जबकि सुरक्षा बलों ने गांदरबल और गगनगीर के जंगलों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है।