राजस्थान की राजधानी जयपुर में हवामहल के बीजेपी विधायक बालमुकुंद बासबदनपुरा ने एक बार फिर से विवाद खड़ा कर दिया है। इस बार उनका निशाना शिया इमामगाह मस्जिद बना, जहां वे नमाज के समय घुस आए और जमकर हंगामा किया। विधायक ने इस मस्जिद को देवस्थान की जमीन पर होने का दावा करते हुए वहां मौजूद नमाजियों के बीच विवाद पैदा कर दिया।
हंगामे का घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार, जब मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, तब बालमुकुंद अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और दावा किया कि यह मस्जिद मंदिर की जमीन पर बनाई गई है। उनके इस दावे के बाद मस्जिद में काफी देर तक ड्रामा चलता रहा। शिया समाज के लोगों ने विधायक को मस्जिद और जमीन के वैध दस्तावेज दिखाए, लेकिन उन्होंने इनको नजरअंदाज करते हुए अपनी बात पर अड़े रहे।
पुलिस की भूमिका
हंगामा बढ़ने पर नमाजियों ने पुलिस को सूचित किया। हालाँकि, पुलिस के मौके पर पहुँचने से पहले ही विधायक वहां से भाग निकले। मस्जिद में मौजूद लोगों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब विधायक ने इस तरह का कृत्य किया है। उन्होंने अक्सर मस्जिदों में घुसकर हंगामा किया है और स्थानीय लोगों को आतंकवादी बताते हुए जमीन खाली कराने का प्रयास किया है।
महिलाओं के प्रति बदसलूकी के आरोप
इमाम ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि विधायक ने उनके साथ बदतमीजी की। उन्होंने जूते चप्पल पहनकर इबादतगाह में प्रवेश किया और महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की। इमाम ने यह सवाल उठाया कि बालमुकुंद, जो खुद एक मंदिर के पुजारी हैं, उनके इस व्यवहार को कैसे सही ठहराया जा सकता है।
भूमाफियाओं की मौजूदगी
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि विधायक के साथ कुछ भूमाफिया भी थे, जिनकी नजर वक्फ की बेशकीमती 14 बीघा जमीन पर थी। यह घटना न केवल साम्प्रदायिक सौहार्द को भंग करती है, बल्कि स्थानीय लोगों की भावनाओं को भी आहत करती है।
इस विवादास्पद घटना ने एक बार फिर राजनीतिक दलों के बीच असहिष्णुता और धार्मिक संवेदनशीलता को उजागर किया है। अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस क्या कदम उठाती है और क्या विधायक बालमुकुंद पर कोई कार्रवाई होती है। इस घटनाक्रम ने स्थानीय समुदाय में गहरी चिंता पैदा कर दी है और आगे की स्थिति पर सभी की नजरें रहेंगी।