जैसे-जैसे सर्दी का मौसम नजदीक आ रहा है, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे प्रदूषण की समस्या गहराती जा रही है। इस बीच, दिल्ली सरकार प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सोमवार को, दिल्ली के पर्यावरण विभाग ने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ नामक एक विशेष अभियान की शुरुआत की। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय खुद आईटीओ चौराहे पर पहुंचे और रेड लाइट पर खड़ी गाड़ियों को बंद करवाया, साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए गुलाब के फूल भेंट किए।
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में अधिकांश प्रदूषण बाहर से आता है और सर्दियों में यह समस्या और बढ़ जाती है। उन्होंने चेतावनी दी कि धूल प्रदूषण, वाहन प्रदूषण और पराली जलाने के चलते स्थिति गंभीर है। विशेष रूप से, उन्होंने हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओं की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई और बीजेपी सरकार से अपील की कि इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
वहीं, भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस मुद्दे पर पलटवार करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले 10 सालों में प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए कोई प्रभावी उपाय नहीं किए गए। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सही से काम नहीं कर रहे, जिसके कारण यमुना नदी में जहरीला झाग देखने को मिल रहा है।
इस स्थिति के बीच, दिल्ली सरकार और विपक्ष दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, और आम जनता को प्रदूषण के बढ़ते स्तर के खतरों का सामना करना पड़ रहा है।