समाजवादी पार्टी के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा ने रविवार को भदोही में आयोजित मौर्य विकास समिति के 26वें वार्षिक समारोह में जाति व्यवस्था को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश की सभी समस्याओं का समाधान जाति व्यवस्था के अंत में ही निहित है। कुशवाहा ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान में सामाजिक आधार पर आरक्षण की बात का हवाला देते हुए कहा कि आर्थिक आधार पर आरक्षण असंवैधानिक है।
कुशवाहा, जो जौनपुर से सांसद हैं और जन अधिकार पार्टी के संस्थापक भी हैं, ने आरोप लगाया कि आगामी विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा सरकार ने बीएलओ समेत सभी अधिकारियों को हटा कर एक विशेष जाति के लोगों को नियुक्त किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में बहराइच में हुई हिंसा का उपचुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और समाज समझदार है। उन्होंने सपा विधायक जाहिद बेग के समर्थन में भी अपनी बात रखी, जिन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
समारोह के दौरान, कुशवाहा ने 10वीं और 12वीं की 380 प्रतिभाशाली छात्राओं को साइकिल, टैबलेट, बुद्ध जी की प्रतिमा और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने शिक्षकों की भी सराहना की और मतदान के अधिकार पर भी बात की, यह कहते हुए कि चुनाव में हमारा वोट लेकर लोग जीत जाते हैं लेकिन हमें हमारे हक नहीं दिए जाते।
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव नजदीक हैं और चुनावी माहौल गर्म है। कुशवाहा का बयान इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है, जहां सपा और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तरह उपचुनाव में भी साथ मिलकर लड़ने का निर्णय लिया है। हालांकि, सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में चर्चा के बाद अब यह तय हो गया है कि कांग्रेस दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि बाकी सीटों पर सपा उतरेगी।