उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रतिष्ठित सिंघानिया परिवार के बीच संपत्ति और धन के विवाद ने अब पुलिस और अदालत का रुख कर लिया है। उद्योगपति हेमंत पत सिंघानिया के पौत्र प्रनव पत सिंघानिया ने फजलगंज थाने में अपनी चाचा और चाची के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि चचेरे भाइयों ने मिलकर उनके दादा के नाम से करोड़ों रुपये हड़पने की साजिश की।
प्रनव ने एफआईआर में बताया कि उनके दादा हेमंतपत सिंघानिया बलदेव जी महाराज ट्रस्ट के चेयरमैन थे। आरोप है कि उदितपत और विदुषपत सिंघानिया ने 7 अक्टूबर 2013 को उनके दादा के फर्जी हस्ताक्षर करके स्टैंडर्ड चार्टेड और केनरा बैंक में बचत खाते खोले। इन खातों के जरिए करोड़ों रुपये का धन हड़प लिया गया।
जब प्रनव को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उन्होंने अपने मित्र सुयश अस्थाना को मामले की शिकायत करने के लिए बुलाया। इस बीच, अद्वैत सिंघानिया, जो प्रनव का भाई है, ने सुयश को धमकी दी। शिकायत के बाद, सुयश पर अद्वैत ने बैट से हमला किया, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और थानाप्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। मामला अब कानूनी जटिलताओं में उलझता नजर आ रहा है।