बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में अपने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने साझा किया कि उनके पिता की मौत के बाद उन्हें गहरे मानसिक संकट का सामना करना पड़ा। प्रियंका ने बताया कि जब वह भारत छोड़कर दूसरे देश गईं, तो वहां उन्हें अकेलापन और पहचान की तलाश में काफी संघर्ष करना पड़ा।
प्रियंका ने कहा, “मैंने एक ऐसे दौर का सामना किया, जब मैंने अपने मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों को झेला। उस समय मैं पूरी तरह से अकेली थी, न तो मुझे वहां कोई जानता था और न ही मैं किसी को जानती थी।”
उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस कठिन समय में किसी का समर्थन बहुत जरूरी होता है। प्रियंका ने कहा, “जब आपके पास मानसिक रूप से परेशान करने वाली कोई बात होती है, तो समर्थन आपके लिए महत्वपूर्ण होता है।”
साथ ही, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि लोगों को अपनी भावनाओं के बारे में बात करनी चाहिए। प्रियंका ने कहा, “जरूरी नहीं कि आपसे बात करने वाला कोई थेरेपिस्ट ही हो। आप किसी भी करीबी दोस्त या परिवार के सदस्य से अपनी भावनाएं साझा करें, लेकिन अकेले न रहें।”
प्रियंका का यह बयान मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करता है और यह दर्शाता है कि इस विषय पर खुलकर बात करना कितना आवश्यक है।