इजराइल की सेना द्वारा हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या की पुष्टि के बाद, लेबनान और अन्य देशों में तनाव बढ़ गया है। इस घटना के खिलाफ भारत के विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। लखनऊ में, शिया समुदाय के हजारों लोग मंगलवार को रात आठ बजे कैंडल मार्च निकालेंगे।
सोमवार को भी लखनऊ में हसन नसरल्लाह की मौत पर कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। शिया समुदाय के लोग नसरल्लाह को श्रद्धांजलि देंगे, और इसके बाद अमेरिका और इजराइल के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। यह प्रदर्शन शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास और शिया संगठन हैदरी टास्क फोर्स लखनऊ द्वारा किया जाएगा। कैंडल मार्च छोटे इमामबाड़े से शुरू होकर बड़े इमामबाड़े तक जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी हसन नसरल्लाह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कश्मीर विधानसभा चुनाव के प्रचार में एक दिन की रोक लगाने का निर्णय लिया और कहा कि इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू हिटलर के बाद सबसे बड़े आतंकवादी हैं।
सोमवार को लखनऊ में कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने नसरल्लाह की मौत के विरोध में काले झंडे फहराए और दुकानों को बंद करने की अपील की। प्रदर्शन में शामिल लोग इजराइल और अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं।
इस घटना ने क्षेत्र में राजनीतिक तनाव और सामाजिक एकता की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर किया है।