पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या के मामले में जूनियर डॉक्टरों ने 10 दिन बाद काम बंद करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में, डॉक्टरों ने आरजी कर अस्पताल से श्यामबाजार तक न्याय की मांग को लेकर मशाल रैली निकाली। उनका कहना है कि मुख्य सचिव द्वारा दिए गए सुरक्षा संबंधी निर्देशों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने काम बंद करने का फैसला कोलकाता के कॉलेज ऑफ मेडिसिन और सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद तीन डॉक्टरों और तीन नर्सों पर हुए हमले के विरोध में किया है। जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो ने कहा, “हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं। हम सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के परिणामों पर नजर रखेंगे और यदि हमें सकारात्मक परिणाम नहीं मिलता, तो काम बंद जारी रहेगा।”
आरजी कर कॉलेज की डॉक्टर श्रेया शॉ ने भी सुरक्षा की कमी पर चिंता जताते हुए कहा, “हमारी मांगें अब तक पूरी नहीं हुई हैं। अगर हमें सुरक्षा नहीं मिली, तो हम ड्यूटी नहीं कर सकते।”
आज सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई होगी, जिसमें सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व में तीन जजों की बेंच मामले पर विचार करेगी। इससे पहले 17 सितंबर को सुनवाई हुई थी। डॉक्टरों का कहना है कि न्याय में देरी, न्याय से वंचित होने के बराबर है।