हाल के वर्षों में गुजरात ने हृदय रोग उपचार के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में पहचान बनाई है। नरेंद्र मोदी और वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के प्रयासों से यह राज्य हृदय रोग के उपचार में एक आदर्श बना है।
विश्व हृदय दिवस (29 सितंबर) के अवसर पर अहमदाबाद स्थित यू एन मेहता अस्पताल के प्रयासों की सराहना करना महत्वपूर्ण है। यहां का कार्डियोलॉजी और रिसर्च सेंटर गंभीर हृदय रोगियों के लिए आशा की किरण साबित हुआ है, जहां आधुनिक सुविधाओं और कुशल स्टाफ ने अनगिनत जिंदगियां बदल दी हैं।
घनश्याम की कहानी
जूनागढ़ जिले के 4 महीने के बच्चे घनश्याम का गंभीर हृदय रोग का सफल इलाज यू एन मेहता अस्पताल में हुआ। उसके माता-पिता ने बताया कि इस अस्पताल में मिली देखभाल और मुफ्त उपचार के चलते उनका बेटा अब पूरी तरह स्वस्थ है।
प्रणय का नया जीवन
गांधीनगर के 16 वर्षीय प्रणय ने भी इस संस्थान में हृदय प्रत्यारोपण करवाया और अब एक स्वस्थ जीवन जी रहा है। उन्होंने कहा कि सर्जरी के दौरान स्टाफ ने उन्हें घर जैसा महसूस कराया।
आंकड़ों की कहानी
यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर ने पिछले वर्ष हार्ट प्रोसीजर्स की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की है। 2020 में 13,615 प्रक्रियाएं बढ़कर 2023 में 29,510 हो गईं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अस्पताल की प्रसिद्धि बढ़ रही है, जहां 2020 में केवल 21 विदेशी मरीज इलाज कराने आए थे, जो 2023 में बढ़कर 195 हो गए।
गुजरात की हृदय देखभाल सेवाएं न केवल राज्य में, बल्कि देशभर में एक मिसाल बन रही हैं, और यू एन मेहता अस्पताल इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।