भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के कश्मीर संबंधी बयान को लेकर उसे जमकर लताड़ा है। शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान ने फिर से कश्मीर का मुद्दा उठाया, जहां शरीफ ने जम्मू-कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की।
भारतीय डिप्लोमैट भाविका मंगलनंदन ने पाकिस्तान की इस टिप्पणी को हास्यास्पद बताते हुए जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली है और उसने सीमापार आतंकवाद को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में चुनावों को बाधित करने के लिए आतंकवाद का सहारा लिया है।
भाविका ने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के साथ कोई समझौता नहीं करेगा और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि सीमा पार आतंकवाद के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
शहबाज शरीफ का कश्मीर राग
UNGA के 79वें सत्र में, शहबाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए आरोप लगाया कि भारत UNSC के प्रस्तावों को लागू करने में विफल रहा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने की भी आलोचना की और भारत से पाकिस्तान के साथ बातचीत करने का आह्वान किया। इसके अलावा, शरीफ ने भारत में इस्लामोफोबिया का आरोप लगाते हुए कहा कि यह भारतीय मुसलमानों को लाचार करने के लिए किया जा रहा है।
पाकिस्तान ने बार-बार UN में कश्मीर का मुद्दा उठाया है, लेकिन इस बार उसे तुर्की जैसे सहयोगियों से समर्थन नहीं मिला, जो उसके लिए एक बड़ा झटका है। तुर्की के राष्ट्रपति ने UN में अपने संबोधन में कश्मीर का उल्लेख नहीं किया, जिससे पाकिस्तान की स्थिति और कमजोर हुई है।