फर्रुखाबाद के कमालगंज ब्लॉक में ग्राम सचिव प्रदीप यादव पर ग्रामीणों के मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि सचिव मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए 500 से 1000 रुपये तक की रिश्वत मांग रहे हैं।
शिकायतें अनसुनी
ग्राम सचिव पर आरोप है कि उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के बाद 9 महीने से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद प्रमाण पत्र जारी नहीं किए। जिन ग्रामीणों ने रिश्वत दी, उनके प्रमाण पत्र मात्र दो दिनों में बन गए, जबकि अन्य को इंतजार करना पड़ रहा है।
अधिकारियों से की गई शिकायत
पीड़ित ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत डीएम से लेकर ब्लॉक के अधिकारियों तक की, लेकिन इसके बावजूद सचिव की रिश्वतखोरी की समस्या जस की तस बनी हुई है। ग्रामीण लगातार ब्लॉक कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही।
इस मामले में मुख्यमंत्री के जीरो टारलेंस नीति की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी और बढ़ती जा रही है।