27 सितंबर 2024 को गाजीपुर में एक प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सांसद अफजाल अंसारी ने हालिया एनकाउंटर को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई सही की गई है, तो वह उचित है, लेकिन किसी को बिना ठोस सबूत के ‘कहानी’ बनाकर एनकाउंटर करना कानून के खिलाफ है। अफजाल ने इस बात पर जोर दिया कि इसे जाति के चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
अंसारी ने गाजीपुर में शराब की तस्करी की समस्या पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने सुझाव दिया कि गांजे को वैध किया जाना चाहिए, क्योंकि लाखों लोग इसका सेवन करते हैं। उनका कहना था कि अगर कुम्भ मेले में एक मालगाड़ी गांजे के साथ जा रही है, तो इससे समस्या का समाधान नहीं होगा। कानून बनाना आवश्यक है और उसका सम्मान भी होना चाहिए।
प्रसाद विवाद पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि गुजरात की कंपनी को बालाजी के मंदिर के प्रसाद का ठेका दिलाने के लिए प्रचार किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रसाद में घी का अंश होता है, न कि एनीमल का।
अफजाल अंसारी ने मुख्तार अंसारी की मौत पर भी सवाल उठाए, इसे सरकार द्वारा प्रायोजित हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि यह उस माफिया सरगना को बचाने का प्रयास था, जो सरकार की गोद में पल रहा है। मुख्तार अंसारी की गवाही के बाद उसे हर हाल में सजा मिल जाती।
इस प्रकार, अफजाल अंसारी ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की और सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए।