उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में वन विभाग की टीम ने 13 दिनों के लंबे प्रयास के बाद आदमखोर बाघ को पकड़ लिया है, जिसने अब तक 10 लोगों की जान ली है। अधिकारियों के अनुसार, पकड़ा गया बाघ बहरा है, क्योंकि पटाखों और हॉर्न बजाने पर भी उसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
वन विभाग ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए पिछले कई महीनों से प्रयास किए जा रहे थे। यह बाघ कलीनगर तहसील के छह गांवों में दहशत का कारण बना हुआ था। वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बाघ स्वस्थ दिख रहा है और उसके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं है।
पशु चिकित्सकों ने बाघ का परीक्षण करने के बाद उसे शारीरिक रूप से स्वस्थ पाया, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि वह तेज ध्वनि के संपर्क में आने से बहरा हो गया है। आगे की जांच के लिए रिपोर्ट चिकित्सा परीक्षण अधिकारियों को सौंप दी गई है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।