उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित सई कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स की लगभग 15 करोड़ रुपए की संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई तब हुई जब परिवर्तन निदेशालय की टीम ने कंपनी और उसकी सहयोगी फर्म के खिलाफ यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ 22 करोड़ 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में जांच शुरू की। यह मामला दो साल पहले गाजियाबाद की सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच में दर्ज किया गया था।
जांच के दौरान, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का एक केस भी कंपनी के खिलाफ दर्ज किया। मुख्य आरोपी राजीव त्यागी, जो नोएडा क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक भी हैं, उनके अलावा उनके दो बेटे अमर्त्य राज त्यागी और कनिष्क त्यागी, एसएस एंटरप्राइजेज और मेसर्स एसकेटी गारमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों को जब्त किया गया है।
### 22 करोड़ 20 लाख का कर्ज
ईडी द्वारा जब्त की गई संपत्तियों की बाजार में कीमत वर्तमान में कई गुना अधिक है। सई कंस्ट्रक्शन ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण और उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन जैसे सरकारी विभागों के लिए निर्माण कार्य किए हैं। कंपनी का बैंक खाता 2012 में गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया था, जिसमें विभिन्न प्रकार के 22 करोड़ 20 लाख रुपए का कर्ज लिया गया था।
कंपनी द्वारा लोन चुकाए जाने में विफल रहने के बाद, बैंक ने खाते को एनपीए घोषित किया। जब बैंक ने गिरवी रखी संपत्तियों का मूल्यांकन किया, तो पाया गया कि कंपनी ने बैंक को धोखा देकर अधिक मूल्य दर्शाया था। नोएडा सेक्टर 30 में बैंक के अधिकारियों ने जब संपत्ति का कब्जा लेने का प्रयास किया, तो पता चला कि यूको बैंक ने पहले ही उस संपत्ति पर कब्जा कर रखा था।
बैंक के अधिकारियों की जांच के दौरान फर्जी दस्तावेजों के जरिए धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। सीबीआई ने इस मामले में राजीव त्यागी, गाजीपुर निवासी उनके पार्टनर विकास त्यागी, दिल्ली के संजीव त्यागी, मंजू शरद, और अन्य कंपनियों को नामजद किया था। इस मामले की जांच अब जारी है।