19/20 अगस्त की रात को गाज़ीपुर में हुई आरपीएफ़ के दो आरक्षियों, जावेद ख़ान और प्रमोद कुमार की हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। यूपीएसटीएफ़ की नोएडा यूनिट और गाज़ीपुर पुलिस की टीम के साथ थाना दिलदार नगर क्षेत्र में एक मुठभेड़ हुई, जिसमें एक बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गया।
मुठभेड़ का विवरण
पुलिस के अनुसार, घायल बदमाश की पहचान मोहम्मद ज़ाहिद उर्फ सोनू, पुत्र मुश्तफ़ा, निवासी मंसूर गली, पेढ़िमा बाजार, फुलवारी शरीफ, पटना, बिहार के रूप में हुई है। ज़ाहिद पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था और उसके खिलाफ अपहरण, मारपीट और शराब तस्करी के कई मामले दर्ज हैं।
आरपीएफ जवानों की हत्या की पृष्ठभूमि
19/20 अगस्त की रात, आरपीएफ के सिपाही जावेद ख़ान और प्रमोद कुमार ने ट्रेन नंबर 15631 बाड़मेर गुवाहाटी एक्सप्रेस में अवैध शराब की तस्करी को रोकने का प्रयास किया था। इस दौरान शराब तस्करों ने उन पर हमला किया और उन्हें बीभत्स तरीके से मारपीट करके चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया, जिससे दोनों जवानों की मौत हो गई।
घायल बदमाश का उपचार
घायल मोहम्मद ज़ाहिद को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल रवाना किया गया है। पुलिस उसकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है, ताकि उससे और जानकारी प्राप्त की जा सके।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में कई अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। यह मुठभेड़ इस बात का संकेत है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
समाज में प्रतिक्रिया
इस घटना ने गाजीपुर के स्थानीय निवासियों में चिंता पैदा कर दी है। लोग पुलिस की इस कार्रवाई को सकारात्मक मानते हैं और चाहते हैं कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे क्षेत्र में सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। स्थानीय लोग अब पुलिस की इस कार्रवाई से उम्मीद जगा रहे हैं कि कानून व्यवस्था में सुधार होगा और उनके बीच सुरक्षा की भावना मजबूत होगी।