शाहजहांपुर में अब बधिर लोगों की विशेष सुनवाई होगी। स्थानीय पुलिस ने सभी थानों में बधिरों की सुनवाई के लिए विशेषज्ञ तैनात किए हैं, जो सांकेतिक भाषा का उपयोग करके बधिरों की बात समझ सकेंगे। यह पहल अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर शुरू की गई, जिसमें पुलिस के अधिकारियों और बधिर समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया।
पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में, राजस्थान की संस्था कक नूपुर के विशेषज्ञों ने पुलिसकर्मियों को सांकेतिक भाषा का प्रशिक्षण दिया, ताकि वे थाने में आने वाले बधिर लोगों की समस्याओं को सही ढंग से समझ सकें। इसके साथ ही, एक नया एप भी लॉन्च किया गया है, जिससे बधिर लोग वीडियो कॉल के माध्यम से विशेषज्ञों के साथ अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। पुलिस इस पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उचित कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
शाहजहांपुर में लगभग 58 हजार दिव्यांग लोग हैं, जिनमें से लगभग 8 हजार बधिर हैं। इस विशेष पहल के तहत, बधिरों की सुनवाई की व्यवस्था हर थाना और चौकी स्तर पर लागू की जाएगी। पुलिस ने इस दिशा में अपने प्रयासों को मजबूत करने के लिए विशेष पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण और तैनाती की प्रक्रिया पूरी कर ली9 है।