भारत में मंकीपॉक्स के तीसरे मरीज की जांच रिपोर्ट सामने आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को पुष्टि की कि यह मरीज केरल का निवासी है, जो हाल ही में दुबई से भारत लौटा था। रिपोर्ट में पता चला है कि वह मंकीपॉक्स के क्लैड वन बी वायरस से संक्रमित है।
इससे पहले, केरल के मलप्पुरम में मंकीपॉक्स का दूसरा मरीज पाया गया था, जो यूएई से लौटने के बाद संक्रमित पाया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की थी कि जिनकी विदेश यात्रा की इतिहास है, वे वायरस के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।
भारत में मंकीपॉक्स का पहला मरीज दिल्ली में पाया गया था, जो भी विदेश यात्रा से लौटकर आया था। इस मरीज को अस्पताल में आइसोलेट किया गया था, और उसकी हालत स्थिर बताई गई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में अफ्रीका में मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि को देखते हुए हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। डब्ल्यूएचओ ने दो साल पहले भी इस वायरस के फैलाव की चेतावनी दी थी, जब दुनियाभर में इसके एक लाख से अधिक मामले सामने आए थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय मंकीपॉक्स के मामलों के प्रति सतर्क है और एयरपोर्ट पर जांच प्रक्रियाओं को बढ़ा दिया गया है। मंत्रालय ने नागरिकों को सलाह दी है कि यदि उन्हें मंकीपॉक्स के कोई लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
पहले मरीज के मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि वह डब्ल्यूएचओ द्वारा रिपोर्ट किए गए वायरस से संबंधित नहीं है, क्योंकि उसकी जांच में वेस्ट अफ्रीकन क्लैड 2 के एमपॉक्स वायरस की पुष्टि हुई थी। अब, तीसरे मरीज के संबंध में क्लैड वन बी वायरस का मामला सामने आया है।