लाल चौक पर आने में डर खत्म
कटरा में आयोजित एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की बदलती तस्वीर पर बात की। उन्होंने याद किया कि एक समय था जब लाल चौक पर तिरंगा फहराना जान की बाजी लगाने जैसा था। “बरसों तक लोग यहां आने से डरते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। श्रीनगर के बाजारों में ईद और दीवाली की रौनक है, और लाल चौक में अब देर शाम तक चहल-पहल रहती है,” मोदी ने कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य बनाया जाएगा, यह घोषणा पहले ही संसद में की जा चुकी है।
धारा 370 पर स्पष्ट बयान
मोदी ने धारा 370 के मुद्दे पर भी बात की, कहकर कि “दुनिया की कोई ताकत जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी नहीं करा सकती।” उन्होंने कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस को खुली चुनौती देते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के एजेंडे को लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने इन पार्टियों का समर्थन किया है, जिससे उनकी असली सच्चाई उजागर होती है।
पहले मुस्लिम आईएएस अधिकारी को श्रद्धांजलि
इस दौरान, पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहले मुस्लिम आईएएस अधिकारी मोहम्मद शफी पंडित को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका हाल ही में निधन हुआ था। पंडित 2009 में जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुए थे और कैंसर के इलाज के दौरान उनका निधन हुआ।
चिनाब ब्रिज के मामले में कांग्रेस पर आरोप
पीएम मोदी ने रैली में आरोप लगाया कि कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने चिनाब ब्रिज की फाइल दबा दी थी। “अटल जी की सरकार के समय यह ब्रिज स्वीकृत हुआ था, लेकिन इन पार्टियों ने इसे रोक दिया। अब भाजपा ने इसे पूरा किया है, और यह पुल न केवल सुविधा का बल्कि आकर्षण का केंद्र भी बन गया है,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस पर कटाक्ष: नफरत फैलाने की नीति
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता जानबूझकर डोगरा विरासत पर हमला कर रहे हैं। “ये मोहब्बत की दुकान के नाम पर नफरत का सामान बेचने की पुरानी नीति है। इन्हें केवल वोट बैंक की चिंता है,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है, जो भ्रष्टाचार की कुरीति का पोषक है।
भविष्य के चुनावों का महत्व
पीएम मोदी ने आगामी चुनावों को जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ये चुनाव कांग्रेस, एनसी और पीडीपी की राजनीतिक विरासत को खत्म करने के लिए जरूरी हैं। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे कमल के निशान को चुनें, ताकि कश्मीर में नई राजनीति की शुरुआत हो सके।
आस्था और संस्कृति का सम्मान
मोदी ने कहा, “यह क्षेत्र हमारी आस्था और संस्कृति की पहचान है, इसलिए हमें ऐसी सरकार चाहिए जो हमारी आस्था को सम्मान दे।” उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस कभी भी कुछ मतों के लिए हमारी संस्कृति को दांव पर लगा सकती है।
नए जम्मू-कश्मीर के निर्माण की दिशा में
रैली में पीएम ने कहा कि “हम दिल और दिल्ली की दूरी को मिटा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि ये चुनाव जम्मू-कश्मीर का भविष्य चुनने का अवसर है, और भाजपा ही है जो इस क्षेत्र के हितों को प्राथमिकता देती है। “हमें नए जम्मू-कश्मीर को और बुलंद बनाना है,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री मोदी के इन बयानों ने जम्मू-कश्मीर की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है, और देखना होगा कि आगामी चुनावों में इसका क्या प्रभाव पड़ता है।