नाबालिक से हुई हरकत के मामले में पुलिस की त्वरित कार्यवाही के बाद भी पीड़िता की ओर से लगातार कड़ी कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है। जबकि वही विद्यालय प्रबन्धन भी अब आर-पार की लड़ाई का अपना मूड बना रहा है ।
जबकि वही इस मामले को लेकर राजनैतिक मठाधीश गंभीरता से देख रहे हैं । मामला थाने के बाद अब प्रदेश की सरकार के समक्ष उठाने की भी कवायत जारी हैं ।
ज्ञात हो कि यह विद्यालय जिले के ईमानदार एक बड़े नेता ने इसलिये शुरू कराया था कि इस पिछड़े इलाके में शिक्षा की एक अलख जगाई जा सके ।
पिछले एक सप्ताह से चल रहे दिलदारनगर के डालिम्ब सनबीम स्कूल को लेकर उठापटक के बीच पीड़िता ने पहले प्रबन्धक पर फिर इलाकाई पुलिस पर इसके बाद डी०एम० आफिस पहुंचकर धरना देने के बाद जिला प्रशासन पर भी आरोप लगा दिया ।
वही मुख्यमंत्री के साथ-साथ विभाग के उच्चाधिकारियों व प्रशासन को भेजे गये पत्र में पीड़िता प्रबन्धक को फासी देने की बात कर रही है । जबकि घटना के तुरन्त बाद आरोपी पर त्वरित कार्यवाही करते हुये आरोपी को जेल भेज दिया गया था । इस मामले को लेकर जिले की राजनीतिक गलियारों में भी काफी हलचल मची है। वही अब विद्यालय प्रबन्धन भी इस मुश्किल से उबरने के बाद अब अपनी पूरी तैयारी के साथ मोर्चा खोलने का मन बना रहा है।
इस प्रकरण में विद्यालय के डायरेक्टर औरगंजेब खान ने कहा है कि चाहे कितना भी दबाव बनाने की कोशिश की जाए या राजनैतिक साजिश हो हम व हमारा विद्यालय परिवार शिक्षा की अलख जगाने का यह अभियान बन्द नही करेगा । हमारे सामने विद्यालय में पढ़ने वाले 1200 से अधिक छात्र छात्रायें है जिनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की घिनौनी साजिश कभी भी सफल नही होगी । हम लोगों को जिला प्रशासन व कानून व्यवस्था पर पूरा विश्वास है । हम राजनैतिक दबाव में आकर किसी तरह की गलती या गैर कानूनी कार्य नही होने देगें न ही विद्यालय परिवार अपराधियों की वसूली वाली मंसूबों को सफल नही होने देगा ।
उन्होनें कहा कि इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र अपने गांव व इलाकों में शिक्षा की नजीर प्रस्तुत करते है जिसके चलते हर बेहतर परिवार अपने बच्चे को यहॅा शिक्षा दिलाना चाहता है । इस बात से नाराज शिक्षा माफियाओं और राजनीति में घटिया कार्यो को प्रशय देने वाले तमाम लोग विद्यालय पर दाग लगाने में लगे हुये है ।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का इस मामले की गंभीरता को समझने के लिये धन्यवाद दिया है और आह्वान किया है कि हमारे यहॅा पढ़ने वाले किसी भी छात्र छात्रा या परिजन को हतोत्साहित होेने की जरूरत नही है। कानून व कोर्ट जो भी फैेसला करेगा वह आरोप लगाने वालों पर खुद भारी पड़े ।